रेलगाड़ियों में मसाज की सुविधा देने के प्रस्ताव को पश्चिम रेलवे वे वापस ले लिया है. अब यात्रियों को ट्रेन में मसाज कराने की सुविधा नहीं मिल सकेगी. दरअसल यह प्रस्ताव पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल की ओर से दिया गया था. जब यह प्रस्ताव पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में आया तो इस प्रस्ताव को वापस ले लिया गया.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यात्रियों को पसंद नहीं आया ये प्रस्ताव

पश्चिम रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार रेल यात्रियों की ओर से ट्रेन में मसाज की सुविधा को ले कर बेहतर प्रतिक्रिया नहीं मिली. इसको देखते हुए इस प्रस्ताव को वापस लेने का निर्णय लिया गया है. वहीं पश्चिम रेलवे की ओर से रेल यात्रियों के लिए अन्य यात्री सुविधाओं को मांग के अनुरूप और बेहतर बनाने की बात कही है.

ये था प्रस्ताव

पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल की ओर से एक प्रस्ताव दिया गया था जिसमें इंदौर से चलने वाली 39 रेलगाड़ियों में यात्रियों को मसाज की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही गई थी. जिन ट्रेनों में यह सुविधा दी जानी थी उनमें देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस (14317), नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस (12416) और इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस (19325) आदि गाड़ियां शामिल थीं.

रेलवे का था अतिरिक्त आय का दावा

रेलवे को ट्रेनों में मालिश की सुविधा उपलब्ध करा कर सालाना 20 लाख रुपये की आय होने की उम्मीद थी. रेलवे को उम्मीद थी कि इस योजना से अतिरिक्त टिकट बिक्री बढ़ने से साल भर में 90 लाख रुपये की आय बढ़ सकती है. इस योजना को 15 से 20 दिनों में शुरू किए जाने का दावा किया गया था. यात्रियों को सिर और पैर की मालिश के लिए प्रत्येक के लिए 100 रुपये शुल्क तय किया गया था.