Vande Bharat: अब नहीं टूटेगी वंदे भारत की नाक, जानवरों से होने वाली टक्कर को रोकने के लिए रेलवे ने शुरू की फैंसिंग
Indian Railways: वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) और जानवरों के बीच होने वाली टक्कर के घटनाओं को रोकने के लिए रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने रेलवे लाइन के दोनों तरफ फैंसिंग का काम शुरू कर दिया है.
Vande Bharat: अब नहीं टूटेगी वंदे भारत की नाक, जानवरों से होने वाली टक्कर को रोकने के लिए रेलवे ने शुरू की फैंसिंग
Vande Bharat: अब नहीं टूटेगी वंदे भारत की नाक, जानवरों से होने वाली टक्कर को रोकने के लिए रेलवे ने शुरू की फैंसिंग
Indian Railways: वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) और जानवरों के बीच होने वाली टक्कर के घटनाओं को रोकने के लिए रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने रेलवे लाइन के दोनों तरफ फैंसिंग का काम शुरू कर दिया है. बताते चलें कि मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर कैपिटल रूट पर लगाई गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की उद्घाटन के बाद कई बार जानवरों से टक्कर हो गई थी. जिसके बाद से ही रेल मंत्रालय ट्रेन और जानवरों की टक्कर को रोकने के लिए तरह-तरह के उपायों पर विचार कर रहा था. बताते चलें कि वंदे भारत ट्रेन और जानवर के बीच हुई टक्कर का आखिरी मामला 9 जनवरी, 2023 को सामने आया था, जब नागपुर से बिलासपुर जा रही थी.
622 किमी की फैंसिंग में आएगा 245.26 करोड़ रुपये का खर्च
रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक फैंसिंग का काम सबसे पहले मुंबई-अहमदाबाद रूट पर ही शुरू किया गया है. भारतीय रेल के पश्चिम रेलवे ने पटरियों के दोनों तरफ कैटल बैरियर फैंसिंग का काम शुरू किया है. पश्चिम रेलवे ने बताया कि हादसों को रोकने के लिए 622 किलोमीटर लंबे मुंबई-अहमदाबाद रूट पर ट्रैक के दोनों तरफ मेटल बीम से फैंसिंग का काम किया जाएगा. इस रूट पर फैंसिंग का काम पूरा करने के लिए करीब 245.26 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
Fencing on #VandeBharat routes started. pic.twitter.com/vENiAp3ej9
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) January 29, 2023
फैंसिंग के लिए इस्तेमाल किये जा रहे हैं ताकतवर W-Beam
पश्चिम रेलवे के मुताबिक फैंसिंग के काम के लिए सभी 8 टेंडर दिए जा चुके हैं और पटरियों को कवर करने का काम पूरी क्षमता के साथ किया जा रहा है. रेलवे ने उम्मीद जताई है कि मुंबई-अहमदाबाद रूट पर फैंसिंग का पूरा काम मई, 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. रेलवे ने बताया कि ट्रैक को घेरने के लिए जिस W-Beam का इस्तेमाल किया जा रहा है, उस तरह के बीम हाईवे और एक्सप्रेसवे पर इस्तेमाल किए जाते हैं. W के आकार में बने इस तरह के बीम काफी ताकतवर होते हैं.
08:46 PM IST