भारतीय रेल (Indian Railways) ने बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों को आसानी से रेलगाड़ियों में चढ़ाने के लिए फोल्डेबल रैंप की नई सुविधा शुरू की है. इस रैंप की मदद से बुजुर्ग या बीमार यात्रियों को आसानी से ट्रेन में चढ़ाया या उतारा जा सकता है जिससे उनकी यात्रा और भी सुगम और आरामदायक हो जाती है.

 
शुरु हुई ये नई सुविधा
रेलवे ने भुवनेश्वर सहित कई रेलवे स्टेशनों पर फोल्डेबल रैंप की सुविधा उपलब्ध कराई है. इस रैंप को इस तरह से बनाया गया है कि जरूरत पड़ने पर इसे रेलगाड़ी के गेट पर लगा कर इस रैंप के जरिए व्हील चेयर को ट्रेन में चढ़ाया जा सकता है. यात्री को एक बार ट्रेन में चढ़ाने के बाद वापस इसे मोड कर रखा जा सकता है.
 
 
35 किलो तक होता है वजन
फोल्डबेल रैंप का वजन लगभग 35 किलो तक होता है. इसे आसानी से एक कोच ये दूसरे को में लगाया जा सकता है. इसमें टेलीस्कोपिक एडजेस्टेबल वील लगाए गए हैं जिससे इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान होता है.
 
 
आसानी से एडजेस्ट किया जा सकता है ये रैंप
इस फोल्डबेल रैंप को प्लेटफार्म और ट्रेन की ऊंचाई के बीच इसे एडजेस्ट किया जा सकता है. 400 से 600 मिलीमीटर तक की ऊंचाई तक इसे एडजेस्ट किया जा सकता है. सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इसमें सेफ्टी लॉक लगाए गए हैं. इसकी क्षमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस पर आसानी से 250 किलोग्राम तक के वजन को लाया और ले जाया जा सकता है.