वंदे भारत एक्सप्रेस के शीशों पर नहीं होगा पत्थर का असर, किया गया ये बदलाव
देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (Train 18) के आने वाले कोच में लगी खिड़कियों के शीशों पर पत्थर फेंके जाने का कोई असर नहीं होगा.
देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस (Train 18) के आने वाले कोच में लगी खिड़कियों के शीशों पर पत्थर फेंके जाने का कोई असर नहीं होगा. नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई वंदे भारत एक्सप्रेस पर आए दिन होने वाले पत्थरावों को ध्यान में रखते हुए रेलवे की ओर से इस रेलगाड़ी में खास तरह के शीशे लगाने का निर्णय लिया है. खबरों के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस का अगला रेक अप्रैल मध्य तक आ सकता है. ये रेलगाड़ियां शताब्दी रेलगाड़ियों की जगह पर चलाई जानी है.
गाड़ी में किए गए कई बदलाव
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार अप्रैल मध्य तक आने वाले इस रेक में खास तरह के शीशे होंगे साथ ही जानवरों से होने वाले टक्करों से बचाव के लिए इस गाड़ी के आगे खास तरह का सेफगार्ड भी लगाया जाएगा जाकि यदि कोई जानवर गाड़ी से आ कर लड़ता है तो उससे गाड़ी को कोई नुकसान न पहुंचे.
नया रेक बन कर तैयार
डीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस का नया रेक लगभग बन कर तैयार है. हालांकि इस नए रेक में कुछ छोटे- मोटे काम बाकी हैं जिन्हें जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. वंदे भारत एक्सप्रेस के पहले रेक में जो भी कमियां पाई गई हैं उन्हें इस नए रेक में दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस नए रेक की खिड़कियों पर लगे शीशे पर एक खास परत लगाई गई है जो इसे पत्थरबाजी से सुरक्षित रखेगी.
शीशों पर की गई विनायल रैपिंग
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार तेज गति से चलती ट्रेन पर जब कोई पत्थर फेकता है तो बेहद तेज गति से यह पत्थर शीशे पर लगता है. इसको ध्यान में रखते हुए शीशे पर खास विनायल रैपिंग की गई है. इससे पत्थर लगने पर ये शीशे टूटेंगे नहीं.