देश की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी Train 18 का तकनीकी ट्रायल मुरादाबाद से बरेली के सफलता पूर्वक पूरा कर लिया गया है. इस तकनीकी ट्रायल के दौरान यह जांचा गया कि रेलगाड़ी पटरियों पर तीखे घुमाव पर कैसे व्यवहार करती है. इस गाड़ी में कहीं झटका लगना या किसी तरह की आवाज आना या कम्पन होने की समस्या तो नहीं है. तकनीकी ट्रायल पूरा होने के साथ ही Train 18, 26 नवम्बर को कोटा पहुंच गई. 01 दिसम्बर से इस गाड़ी के ट्रायल कोटा में होगे. इस गाड़ी को कोटा से सवाईमाधोपुर के बीच लगभग 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति पर चला कर देखा जाएगा. देश में अब तक इस गति पर कोई भी ट्रेन नहीं चलाई गई है. देश में अब तक सबसे तेज गति से चलने वाली रेलगाड़ी गतिमान एक्सप्रेस है जो दिल्ली से आगरा के बीच चलाई जाती है. इस गाड़ी की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है.

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Train 18 के स्पीड ट्रायल की हुई तैयारी

भारतीय रेल में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत तैयार की गई सेमी हाईस्पीड ट्रेन-18 का परीक्षण कोटा मंडल में होना है. Train 18 के स्पीड ट्रायल की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को मंडल रेल कार्यालय में बैठक हुई. बैठक में मंडल रेल प्रबंधक यू.सी. जोशी, अपर मंडल रेल प्रबंधक विनीत पांडेय, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक तुषार सारस्वत, सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश और वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. 26 नवम्बर को ट्रेन का रैक कोटा पहुंच गया. इसके बाद 1 दिसम्बर से ट्रायल शुरू होगा.

Train 18 का ट्रायल 110 किलोमीटर से शुरू होगा

Train 18 के स्पीड ट्रायल की शुरुआत 10 किमी प्रति घंटे की गति से होगी. बाद में इसे धीरे - धीरे बढ़ा कर 180 किमी प्रति घंटे तक ले जाया जाएगा. इस ट्रायल के दौरान देखा जाएगा कि विभिन्न स्पीड पर यह गाड़ी किस तरह का व्यवहार करती है. वहीं इसमें कहीं कोई खामी तो नहीं आती है. ट्रायल के लिए आरडीएसओ की टीम भी कोटा पहुंचेगी. रेलवे की ओर से जारी टाइम लाइन सूची में कोटा का नाम भी शामिल है. ट्रेन का ट्रायल शामगढ़, कोटा, सवाईमाधोपुर रेल खंड के बीच किया जाएगा. फिलहाल इस रेलगाड़ी का ट्रायल अलग-अलग जगहों पर दिसम्बर अंत तक किया जा सकता है.

कोटा मंडल में क्यो हो रहा है ट्रायल

Train 18 का स्पीड ट्रायल किया जाना है. देश में बहुत कम ऐसे रूट हैं जहां रेलगाड़ियों को 160 किलोमीटर या उससे अधिक गति पर चलाया जा सकता है. कोटा मंडल में इस तरह का रेलवे ट्रैक मौजूद है. इसी के चलते यहां पर इस ट्रायल को करने की योजना पर रेलवे काम कर रहा है.