देश में भारतीय रेलवे की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी T 18 को ले कर काफी उत्साह है. इसे देश में रेलगाड़ियों की गति बढ़ाने में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. लेकिन पूरी तरह से भारत में बनी इस रेलगाड़ी को ले कर दुनिया भर में उत्सुक्ता है. रेलवे गैजेट नाम के रेलवे पर लिखने वाले एक अंतरराष्ट्रीय पब्लिकेशन  (जिसका मुख्यालय लंदन में है ) ने इस गाड़ी के बारे में लिखा है कि मेक इन इंडिया के तहत बना T 18 का प्रोटोटाइप टेस्ट के लिए तैयार है. इस ट्रेन का प्रयोग दो शहरों के बीच यात्रा के लिए किया जा सकता है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कई देशों की है इस रेलगाड़ी पर नजर

 T 18 को तैयार करने वाली रेलवे की कोच फैक्ट्री के प्रमुख आईसीएफ चेन्नई के जीएम सुधांशु मनी के अनुसार T 18 की उपलब्धि उसी तरह से जैसे ISRO ने बेहद कम लागत में कई उपग्रह अंतरिक्ष में भेज कर पूरी दुनिया को चौंका दिया. उन्होंने कहा कि T 18 दुनिया की हाई स्पीड गाड़ियों के कारेाबार में एक बड़ा हिस्से पर कब्जा करने की क्षमता रखती है. आधुनिक तकनीक व बेहतरीन डिजाइन के इस इस गाड़ी को तैयार किया गया है.

ये रेलगाड़ी बहुत आराम से 200 किलोमीटर की गति पर चलाई जा सकती है. यूरोप व पश्चिमी देशों में मौजूद आधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था के तहत भी इस रेलगाड़ी को चलाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि जिस कीमत पर इस रेलगाड़ी को बनाया गया है वह बेहद आकर्षक है. दुनिया में कहीं भी इस कीमत पर इस तरह की ट्रेन नहीं बनाई जा रही है.

कई देशों को निर्यात कर रही है ICF

गौरतलब है कि रेलवे की चेन्नई स्थित ICF कोच फैक्ट्री मलेशिया, फिलिपींस, ताईवान, वियतनाम, बांगलादेश, तंजानिया, मोजैम्बिक, अंगोला, नाइजीरिया, युगांडा व कुछ अन्य देशों के लिए रेलगाड़ियों के डिब्बे या उनके पुर्जे बना कर निर्यात कर रही है. श्रीलंका को खास तरह की डीएमयू रेलगाड़ी दिए जाने के बाद उम्मीद की जा रही है कि रेलवे को इस तरह की गाड़ियों के कई और बड़े ऑर्डर मिल सकते हैं. श्रीलंका का ज्यादातर हिस्सा समुद्र तटों के करीब है. ऐसे में यहां लोहे में जंग लगने की समस्या रहती है. इसको ध्यान में रखते हुए इस रेलगाड़ी को खास तरह के स्टील से बनाया गया है. इस स्टील पर जंग नहीं लगती है. इस गाड़ी को ले कर श्रीलंका रेलवे काफी उत्साहित है और गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए ICF को और ऑर्डर देने पर विचार कर रही है.