ट्रेन में तलाशी के दौरान मिले 24 संदिग्ध डिब्बे, खोला तो फटी रह गई आंखें, 4.01 करोड़ रुपए का सामान जब्त
आरपीएफ की सतर्कता की वजह से हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनावी अखंडता सुनिश्चित, ₹12.86 करोड़ मूल्य का अवैध सामान जब्त किया गया.
आरपीएफ ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक बड़ी कार्रवाई में ₹4.01 करोड़ कीमत का सोना, चांदी और नकदी जब्त की है. 5 सितंबर 2024 को एक विश्वसनीय मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सावधानीपूर्वक एक समन्वित अभियान शुरू किया. आने वाली कई ट्रेनों का निरीक्षण करते हुए आरपीएफ की टीम हाई अलर्ट पर थी. जैसे ही उन्होंने डिब्बों की तलाशी ली, उन्हें चार अलग-अलग ट्रेनों से 24 संदिग्ध पैकेज मिले. शुरुआत में सामान्य पार्सल दिखने वाले डिब्बों में आश्चर्यजनक रूप से 498 ग्राम सोने की छड़ें, 365 किलोग्राम चांदी और 85.72 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी मिली.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हुआ ऑपरेशन
आरपीएफ के मुताबिक जब्त किए गए माल की कुल कीमत 4.01 करोड़ रुपये आंकी गई. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सहयोग के साथ काम करते हुए, आरपीएफ टीम ने मिले सामान का सावधानीपूर्वक दस्तावेजीकरण किया और आगे की जांच के लिए सुरक्षित कब्ज़े में लिया. हरियाणा विधानसभा चुनाव के समय में रेलवे के ज़रिए अवैध गतिविधियों को रोकने में इस ऑपरेशन को एक बड़ी सफलता मिली. यह ऑपरेशन हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों को सुरक्षित करने के लिए था.
12.86 करोड़ रुपए के अवैध सामान को रोका
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर राज्यों में तैनात बल की 60 कंपनियों के साथ, आरपीएफ ने चुनाव अवधि के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पूरे चुनाव अवधि के दौरान आरपीएफ की सतर्कता के फलस्वरूप 12.86 करोड़ रुपये के अवैध सामान को रोका गया और इससे हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हाल ही में संपन्न चुनावों में आदर्श आचार संहिता लागू करने में मदद मिली. जब्ती में नशीले पदार्थ, तस्करी की गई शराब, बेहिसाब नकदी और ऐसी वस्तुएं शामिल थीं, जिनका इस्तेमाल संभावित रूप से मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता था.
आरपीएफ के ये प्रयास चुनावों की अखंडता को बनाए रखने में बेहद मददगार रहे और इन प्रयासों ने चुनावी प्रक्रिया के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने और परिणामों को प्रभावित करने वाली अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए आरपीएफ की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया.