रेलवे मालगाड़ियों के लिए बन रहे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (DFC) पर डबलडेकर ट्रेनें चलाने की योजना पर काम कर रहा है. इससे एक बार में ज्यादा सामान एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकेगा. डबलडेकर मालगाड़ियों के इस्तेमाल से पैसे व समय दोनों की बचत होगी. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नवंबर 2019 में डीएफसी का भाऊपुर- खुर्जा ट्रैक खुल जाएगा. इससे कानपुर से दिल्ली के बीच ट्रैक पर ट्रेनों का बोझ घटेगा. इससे पैसेंजर और मालगाड़ियों की रफ्तार को भी बढ़ाया जा सकेगा.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मालगड़ियों के लिए अगल से ट्रैक

रेलवे मालगाड़ियों को चलाने के लिए अलग से ट्रैक बना रहा है. फिलहाल पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (DFC) बनाए जा रहे हैं. पूर्वी DFC पंजाब में लुधियाना से पश्चिम बंगाल के दानकुरी रेलवे स्टेशन तक बनेगा. ये लगभग 1839 किलोमीटर लम्बा होगा. पश्चिमी DFC दादरी से हरियाणा, राजस्थान, गुजरात होते हुए जवाहर लाल नेहरू पोर्ट तक बनाया जाएगा. DFC बनने के बाद कोयला, नमक, स्टील, तेल, अनाज सहित और जरूरत के सामान को पूरे देश में एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी से और जल्द भेजा जा सकेगा.

इम्पोर्ट किया गया सामान आसानी से पहुंच सकेगा

DFC जवाहर लाल नेहरू पोर्ट से जुड़ता है. ऐसे में विदेशों से इम्पोर्ट किया गया सामान देश के किसी भी हिस्से तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा. फिलहाल देश में चल रही मालगाड़ियी की औसत स्पीड 30 से 35 किलामीटर तक है. इसे DFC बनने के बाद 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ाया जाएगा.

160 किलोमीटर की स्पीड पर चलेंगी पैसेंजर ट्रेनें

दिल्ली - हावड़ा ट्रैक से मालगाड़ियों के DFC पर जाने से यात्री गाड़ियों की स्पीड को भी बढ़ाया जा सकेगा. रेलवे दिल्ली हावड़ा रूट पर 160 किलोमीटर प्रति घंटा तक की गति से ट्रेन चलाने के प्लान पर काम कर रही है.