वेस्टर्न रेलवे ने सूरत रेलवे स्टेशन को मल्टी मॉडल ट्रांस्पोर्ट हब बनाने का प्लान बनाया है. इस स्टेशन से मुसाफिरों को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए रेलवे ने प्लान तैयार किया है. इसके तहत टेंडर भी जारी हो चुका है. ये टेंडर 14 अगस्त को खुलेगा. इस काम में लगभग 1173 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

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रेलवे स्टेशन की बढ़ेगी कनेक्टिविटी

इस प्रोजेक्ट के तहत रेलवे स्टेशन को बस टर्मिनल और मेट्रो रेल से जोड़ा जाएगा. स्टेशन पर ऑटो रिक्शा स्टैंड होगा जिससे यात्री शहर के किसी भी हिस्से में आसानी से जा सकें. इस प्रोजेक्ट का पूरा प्लान तैयार हो चुका है.

बनाई गई नई कंपनी

सूरत स्टेशन को मल्टी मॉडल ट्रांस्पोर्ट हब बनाने के लिए रेलवे की 3.4 लाख वर्ग मीटर जमीन का इस्तेमाल होगा. इस जमीन पर मल्टी मॉडल ट्रांस्पोर्ट हब बनाने के लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, गुजरात स्टेट रोड ट्रांस्पोर्ट कॉर्पोरेशन (GSRTC) और सूरत मुंसिपल कॉर्पोरेशन (SMC) ने मिल कर एक कंपनी बनाई है. इस कंपनी का नाम सूरत इंटीग्रेटेड ट्रांस्पोर्टशन कंपनी रखा गया है.

2053 तक 5.25 लाख लोगों को मिलेगा लाभ

एक अनुमान के मुताबिक 2033 तक लगभग 04 लाख यात्रियों को को रोज इस मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का फायदा मिलेगा. 2053 तक लगभग 5.25 लाख लोगों को इसका फायदा मिलने की संभावना है. अभी स्टेशन कुल 36950 वर्ग मीटर में बना हुआ है. स्टेशन के रीडेवलपमेंट के बाद यह एरिया 10.01 वर्ग मीटर हो जाएगा.