इंडियन रेलवे (Indian Railway) को टिकट दलालों से आजाद करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कमर कस ली है. उन्‍होंने जनता से अपील की है कि अगर कोई टिकट दलाल उन्‍हें स्‍टेशन पर टिकट बेचता मिल जाए तो उसे पकड़वाने में रेलवे की मदद करें. रेल यात्रियों की शिकायत रहती है कि दलालों की वजह से उन्हें कन्‍फर्म टिकट नहीं मिल पाता है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टिकट काउंटर खुलते ही दलाल रेलवे अधिकारियों की मदद से चंद मिनट के भीतर बुकिंग कर लेते हैं और आम मुसाफिर को निराश होना पड़ता है. ज्यादातर मुसाफिर को कन्‍फर्म टिकट के लिए दलालों से संपर्क करना पड़ता है, जिसकी वजह से उनका धंधा फल-फूल रहा है. दलाल मुसाफिर से ज्यादा रकम वसूलते हैं.

रेल अफसर से करें शिकायत

रेलमंत्री ने कहा कि अगर कोई दलाल आपको टिकट बेचने के कोशिश करता है तो आप इसकी शिकायत रेलवे के अधिकारियों और RPF से कर सकते हैं. पीयूष गोयल ने तो यहां तक कहा कि दलालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा और अगर अधिकारी एक्शन नहीं लेता है तो रेलवे के अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी.

कैसे पहचानें सर्टिफाइड एजेंट को

IRCTC अपने एजेंट बनाता है, जिन्‍हें यात्रियों का टिकट कराने की छूट होती है. उनका पोर्टल पर अलग से एजेंट कोड और आईडी होती है. पैसेंजर उनकी मदद से अपना टिकट बनवा सकते हैं. ये एजेंट सर्टिफाइड होते हैं.

 

सर्टिफाइड एजेंट कैसे बनें

IRCTC ने किसी को भी बुकिंग एजेंसी देने के लिए दो प्लान बनाए हैं. पहले प्लान के तहत एक साल की एजेंसी के लिए 3999 रुपये देने होंगे. दूसरे प्लान के तहत दो साल की एजेंसी 6999 रुपये में मिलेगी. यानी 1000 रुपये की बचत होगी.

बुकिंग फीस

अगर आप हर महीने अधिकतम 100 टिकट बुक करते हैं तो प्रति टिकट 10 रुपये शुल्क देना होगा. 101 से 300 रुपये तक बुक करने पर प्रति टिकट 8 रुपये बुकिंग चार्ज लगेगा. 300 से अधिक टिकट बुक करने पर बुकिंग चार्ज घटकर प्रति टिकट 5 रुपये रह जाएगा.