Odisha Trai Accident: ओडिशा के बहानागा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण रेल दुर्घटना में 275 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 1100 लोगों के घायल होने की जानकारी है. ऐसे में रेलवे के सामने घायलों के इलाज के साथ-साथ मृतकों को उनके परिजनों को सौंपने की भी जिम्मेदारी है. इसमें से करीब 151 लोगों की पहचान हो गई है, लेकिन अभी भी काफी सारे पीड़ित ऐसे हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है. ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railwaays) ओडिशा सरकार के सहयोग से उनका पता लगाने में लगी हुई है. रेलवे ने घायलों और मृतकों की सही पहचान के लिए उनकी तस्वीरें को जारी करते हुए, ये अपील की है कि लोग उनकी पहचान के लिए आगे आएं. 

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इस दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों के परिवार के सदस्य/रिश्तेदार/मित्र और शुभचिंतक मृतकों के फोटो के लिंक, विभिन्न अस्पतालों में भर्ती यात्रियों की सूची और अज्ञात शवों के बारे में निम्नलिखित विवरण का उपयोग करके पता लगा सकते हैं:

ओडिशा में दुर्भाग्यपूर्ण बहांगा रेल दुर्घटना में मृतकों की तस्वीरों का लिंक:

https://srcodisha.nic.in/Photos%20Of%20Deceased%20with%20Disclaimer.pdf

अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे यात्रियों की सूची का लिंक:

https://www.bmc.gov.in/train-accident/download/Lists-of-Passengers-Undergoing-Treatment-in-Different-Hospitals_040620230830.pdf

एससीबी कटक में उपचाराधीन अज्ञात व्यक्तियों का लिंक:

https://www.bmc.gov.in/train-accident/download/Un-identified-person-under-treatment-at-SCB-Cuttack.pdf

रेलवे हेल्पलाइन पर मिलेगी जानकारी

इस रेल दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों के परिवारों/रिश्तेदारों को जोड़ने के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 चौबीसों घंटे काम कर रहा है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हेल्पलाइन 139 का संचालन किया जा रहा है. साथ ही, बीएमसी हेल्पलाइन नंबर 18003450061/1929 भी 24x7 काम कर रहा है. नगर आयुक्त कार्यालय, भुवनेश्वर ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जहाँ से वाहनों के साथ लोगों को या तो अस्पताल या शवगृहों, जैसा भी उचित हो, के लिए निर्देशित किया जा रहा है. सुविधा प्रदान करने के लिए अधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है.

100 से अधिक ट्रेनें हैं कैंसिल

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा हादसे को देखते हुए इस रूट पर 123 ट्रेनों को 3 जून से लकर 7 जून तक के लिए कैंसिल किया हया है. इसके अलावा 56 ट्रेनों को डायवर्ट, 14 ट्रेन को रीशेड्यूल और 10 ट्रेन को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है. 

हादसे वाली साइट पर 51 घंटे बाद गुजरी पहली ट्रेन 

वहीं दुर्घटना के बाद से ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर मौजूद हैं. हादसे के बाद मालगाड़ी विशाखापट्टनम से राउरकेला इस्पात संयंत्र के लिए रवाना हुई. यह उसी पटरी पर चलाई गई जहां शुक्रवार शाम 7:00 बजे हादसा हुआ था. इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ट्रेन रवाना किए जाते समय रेल मंत्री हाथ जोड़ कर प्रार्थना करते नजर आए. 

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