(रिपोर्ट: समीर दीक्षित)

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ट्रेनों की लेटलतीफी और IRCTC की केटरिंग सर्विस की समस्या को देखते हुए रेल मंत्री ने एक हाई टेक हथियार तैयार किया है. अब रेलवे का अफसर हो या कोई कर्मचारी, यात्रियों को किसी बात पर धोखा नहीं दे पाएगा. रेल मंत्री ने खुद के लिए एक ऐप तैयार कराया है. इस ऐप के जरिए वह अपने ऑफिस, घर, ट्रेन या कार में सफर के दौरान भी एक क्लिक पर रेलवे की सारी जानकारी ले सकेंगे.

रेल मंत्री खुद करेंगे निगरानी

डैश बोर्ड नाम से शुरू किया गया रेलवे का ये ऐप इतना हाई टेक होगा कि रेलवे की सर्विस के अलावा यह महकमे और विभाग पर पैनी नजर रख सकेगा. अति आधुनिक ऐप के जरिए रेल मंत्री IRCTC के बेस किचन से लेकर देश में चल रही हर ट्रेन की निर्धारित समय देख सकेंगे. यही नहीं रेलवे के बड़े प्रोजेक्ट्स से लेकर रेलवे की कमाई तक हर पहलू को बस एक क्लिक के जरिए देख सकेंगे. अब रेल मंत्री के मोबाइल और कम्प्यूटर पर रेलवे के सभी नौ विभागों की छोटी से छोटी जानकरियां होंगी. रेल मंत्री खुद आमदनी, शिकायतों, ट्रेनों और रेलवे प्रोजेक्ट्स की निगरानी करेंगे.

आल इन वन निगरानी ऐप

रेलवे ने अपनी सहयोगी कंपनी क्रिस (सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम) की मदद से एक ऐसा डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया है, जिससे अब रेल मंत्री और रेलवे के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को देश भर की रेलवे से जुड़ी सभी ताज़ा जानकरियां कम्प्यूटर या मोबाइल पर हर वक्त मौजूद रहेंगी. मतलब यह आज की रेलवे की कुल कमाई कितनी हुई या देश के किसी भी हिस्से में चल रहे किसी प्रोजेक्ट की प्रगति क्या है, सब कुछ इस ऐप पर अपडेट मिलेगा.

रेल मंत्री की डिमांड पर तैयार हुआ ऐप

रेल मंत्री पीयूष गोयल को उम्मीद है कि खुद उनकी डिमांड पर बनाए गए इस ऐप से रेलवे सर्विस के अलावा प्रशासनिक क्षमताओं में भी काफी इजाफा होगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे की गतिविधियों की सीधी निगरानी करने के लिए खासतौर पर ऐसे ऐप को बनाने का निर्देश दिया था. 

किस तरह की जानकरियां मिलेंगी

डैशबोर्ड ऐप में रेलवे के नौ बड़े विभागों की अलग-अलग विंडो दी गई है. इनमें से किसी को भी क्लिक करने पर उस विभाग से जुड़ी तमाम जानकरी सामने आ जाएगी. इसमें फ्रेट अर्निंग, फ्रेट लोडिंग/अनलोडिंग, पैसेंजर अर्निंग्स, पंक्चुआलिटी, मेजर प्रोजेक्ट्स, शिकायतें, रेलवे किचन, लाइव ट्रेन जैसे प्रमुख विभागों से जुड़ी जानकरी शामिल है.

उदाहरण के लिए अगर 28 नवंबर 2018 का आंकड़ा देखें तो रेलवे को एक दिन में माल भाड़े से 223.8 करोड़ रुपए की आमदनी हुई.

  • एक वर्ष में रेलवे को माल भाड़े से 1 लाख 9 हजार 445 करोड़ रुपए की कमाई हुई.
  • पैसेंजर सेवा में एक दिन में 9 लाख 91 हजार टिकट की बिक्री हुई.
  • एक दिन में 103 करोड़ रुपए के रिजर्व टिकट बुक हुए.
  • जनरल टिकट से 46 करोड़ की आमदनी हुई.
  • फ्रेट से 223 करोड़ रुपए की कमाई हुई.
  • इस एक दिन में रेलवे की झोली में कुल 372 करोड़ आए
  • 28 नवंबर को एक दिन में 731 ट्रेनें लेट रहीं.

भारतीय रेल के बड़े नेटवर्क को देखते हुए जाहिर है ये जानकारी का एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसे देश का सबसे बड़ा निगरानी ऐप कहा जा सकता है.