भारतीय रेलवे ने दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छरों को मौत की नींद सुलाने के लिए एक अनोखी पहल की है. इस पहल के तहत उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल ने साउथ दिल्ली नगर निगम के साथ मिलकर मॉस्कीटो टर्मिनेटर ट्रेन चलाई है. ये ट्रेन लगभग 150 किलोमीटर की औसत दूरी 2 दिन में कवर करेगी. साउथ दिल्ली नगर निगम ने रेलवे को एक ट्रक पॉवर स्प्रयेर दिया है, जिसकी मदद से रेल ट्रैक के आसपास जमा पानी में पनपने वाले मच्छरों पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाएगा. 

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मॉस्कीटों टर्मिनेटर ट्रेन में इंजन के साथ लगी बोगी पर ट्रक खड़े कर दिए जाते हैं. इन ट्रकों में खास कैमिकल भरा होता है. ये केमिकल पानी में पैदा होने वाले मच्छरों और कीड़ों के लारवा को मार देता है. इस ट्रक में लगे टैंक के साथ स्प्रे करने वाली मशीनें लगी होती हैं. इनके जरिए पटरियों के दोनों ओर ऐसी जगहों पर स्प्रे किया जाता है जहां पानी भरा हो या पानी भरने की संभावना हो. ये मॉस्कीटो टर्मिनेटर ट्रेन रिंग रेल के ट्रैक पर चलाई जाती है जो पूरे दिल्ली से हो कर गुजरता है. ऐसे में राजधानी के बड़े हिस्से में मच्छरों की रोकथाम में मदद मिलती है.

मॉस्कीटो टर्मिनेटर गाड़ी हजरत निजामुदीन, लाजपत नगर, सेवा नगर, लोधी कॉलोनी, दिल्ली सफदरजंग, बरार स्क्वायर, इन्द्रपुरी, पटेल नगर, दयाबस्ती, दिल्ली किशनगंज, सदर बाज़ार और नई दिल्ली से शुक्रवार को होकर गुजरेगी. इसके बाद यह ट्रेन एनसीआर के अन्य एरिया को 4 अक्टूबर तक कवर करेगी. ये गाड़ी हफ्ते में 2 दिन चलेगी. इस तरह 5 हफ्ते में इसके कुल 10 राउंट लगेंगे.

मंडल रेल प्रबंधक, दिल्ली एससी जैन ने बताया कि चुनौतियों के बावजूद एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में रेलवे ने यह पहल की है. उन्होंने बताया कि रेलवे, एसडीएमसी, ईडीएमसी और एनडीएमसी के साथ रेलवे कालोनियों में मच्छरों कि उत्पति को रोकने के लिए सहयोग कर रहा है. इसके अतिरिक्त रेलवे ओवर हेड टैंकों की सफाई और गुम/टूटे फूटे वाटर टैंको के ढक्कन को बदलने के लिए भी प्रतिबद्ध है.