कोरोना वारयस के खतरे को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार लगातार कदम उठा रही है. इस बीमारी पर लगाम लगाने के लिए एविएशन सेक्टर के नियामक DGCA ने निर्देश जारी किए हैं कि रविवार रात के बाद व्यावसायिक अंतरराष्ट्रीय उड़ान को भारत की धरती पर किसी भी यात्री, विदेशी या भारतीय विमान को उतारने की अनुमति नहीं होगी.

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एक सप्ताह तक नहीं आएगी कोई अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट

गौरतलब है कि DGCA ने यह परिपत्र केन्द्र सरकार के उस आदेश के बाद जारी किया है जिसमें उसने 22 मार्च से एक सप्ताह तक किसी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान के भारत में उतरने करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

जारी किए गए ये निर्देश

DGCA ने कहा, 22 मार्च सुबह साढ़े पांच बजे से किसी भी विदेशी हवाईअड्डे से भारत के किसी भी हवाईअड्डे के लिए कोई भी अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री विमान उड़ान ना भरे. यह निर्देश 29 मार्च तड़के साढ़े पांच बजे तक प्रभावी रहेगा.  साथ ही नियामक ने कहा है कि 22 मार्च देर रात डेढ़ बजे (23 मार्च 1:30 एएम) के बाद किसी भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान से किसी भी यात्री, भारतीय या विदेशी को भारत की धरती पर उतरने नहीं दिया जाएगा.

घरेलू फ्लाइटों पर पड़ा असर

कोरोना वायरस (corona virus) के खतरे से निपटने के लिए देश भर में लागू किए गए जनता कर्फ्यू (janta carfew) के चलते एयरलाइंस कंपनियों की सेवाओं पर भी असर पड़ा है. कुछ एयरलाइंस ने अपनी सेवाओं को जहां पूरी तरह से बंद कर दिया है वहीं कुछ ने अपनी फ्लाइटों और स्टॉफ में कमी की है. ऐसे में अगर आपको जनता कर्फ्यू के दौरान इमरजेंसी में यात्रा करनी पड़ रही है तो अपनी फ्लाइट का स्टेट्स जरूर चेक कर लें. वहीं एयरपोर्ट पर समय से पहले पहुंचें तो बेहतर होगा. एयरलाइंस की ओर से कर्मचारियों की संख्या में कमी की गई है जिससे चेकइन में सामान्य दिनों की तुलना में अधिक समय लग रहा है.

 

 

गो एयर ने बंद की फ्लाइटें

गो एयर (GoAir) ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू को ध्यान में रखते हुए अपनी सभी फ्लाइटों को रद्द करने का ऐलान किया है. एयरलाइंस ने कहा है कि ग्राहक अपनी फ्लाइट को अगले एक साल तक किसी और तारीख के लिए बुक कर सकते हैं. इसके लिए यात्रियों से कोई रीबुकिंग या कैंसिलेशन चार्ज नहीं लिया जाएगा.