Railway U.P के लोगों को नए साल में दे सकता है ये बड़ा तोहफा, शुरू हो गई तैयारी
भारतीय रेलवे (Indian Railway) कानपुर जल्द की कानपुर के लोगों को सौगात दे सकता है. रेलवे कानपुर से नई दिल्ली के लिए एक सेमी हाईस्पीड ट्रेन का संचालन शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है.
भारतीय रेलवे (Indian Railway) कानपुर जल्द की कानपुर के लोगों को सौगात दे सकता है. रेलवे कानपुर से नई दिल्ली के लिए एक सेमी हाईस्पीड ट्रेन का संचालन शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है. गाजियाबाद से कानपुर के बीच गाड़ियों की गति बढ़ाने के लिए रेलवे ट्रैक को सेमी हाई स्पीड गाड़ियां चलाने के लिए कई तरह से सुधार रहा है. माना जा रहा है कि 31 मार्च तक 160 किमी की स्पीड लायक हो जाएगा. खबरों की मानें तो अगले साल अप्रैल से इस रूट पर सेमी हाई स्पीड गाड़ी का परिचालन शुरू हो सकता है. अभी इस ट्रैक पर ट्रेनों की अधिकतम गति 130 किलोमीटर है, लेकिन इतनी स्पीड का सेक्शन 444 किलोमीटर की दूरी में केवल 80 किमी का ही है.
भदान से खुर्जा तक कॉरीडोर का ट्रैक चालू
रेलवे अफसरों ने बताया कि भदान से खुर्जा तक कॉरीडोर का ट्रैक चालू हो चुका है. इसके बाद मालगाड़ियों का अलग ट्रैक हो जाएगा. ट्रेनें चार से सवा चार घंटे में दिल्ली पहुंच जाएगी. अफसरों के अनुसार तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सेंट्रल स्टेशन के वरिष्ठ स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी का कहना है कि 160 किमी की गति कानपुर से दिल्ली के बीच प्रस्तावित है, तब रिवर्स ट्रेनें भी चलाई जा सकती हैं.
ट्रैक को फिट करने का काम चल रहा
उन्होंने बताया कि दिल्ली से कानपुर के बीच पूरा सेक्शन ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम वाला है. इसकी वजह से ट्रेनें एक दूसरे के पीछे तय दूरी से चलती रहती हैं. अब ट्रैक को फिट करने का काम चल रहा है. शताब्दी, राजधानी एक्सप्रेस को भी तीसरी लाइन से निकालने की शुरुआत कर दी गई.
कानपुर पहुंचने के समय में आएगी कमी
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कानपुर से दिल्ली तक सवा पांच से साढ़े सात घंटे तक ट्रेन से पहुंचने में लगते हैं. शताब्दी, राजधानी और दुरंतो को छोड़ दें तो इसके बाद समय बहुत लगता है. अगर यहां ट्रेने ना रुकें तब चार से पांच घंटे में पहुंचती है. कानपुर से दिल्ली के बीच सात से दस घंटे का समय लगता है. इस ट्रेन के चलने से आम लोगों को बहुत फायदा होगा.