पहाड़ों में रेलवे के जरिए घूमना और मजेदार होने वाला है. दरअसल रेलवे हिल रेलवे के साथ ही ब्राड गेज रेल नेटवर्क पर भी खूबसूरत नजारों को का मजा आम यात्रियों को उपलब्ध कराने के लिए लगभग 100 नए विस्टाडोम कोच बनाने जा रहा है. इसके लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने निर्देश जारी कर दिए हैं.

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हिल रेलवे में चल रहे हैं विस्टाडोम कोच

वर्तमान समय में पहाड़ों में नेरोगेज पर चलने वाली पांचों हिल रेलवे की ट्रेनों में विस्टाडोम कोच का प्रयोग शुरू किया गया है.

रेलवे कुल 11 विस्टाडोम कोच का प्रयोग हिल रेलवे में कर रहा है जिसमें डार्जलिंग में 4, कालका में 2, कांगड़ा में एक माथेरान में एक और 3 नीलगिरी माउंटेन रेलवे में चल रहे हैं.

ब्राड गेज पर भी चल रहे ये कोच

ब्राड गेज के तीन रूटों पर भी विस्टाडोम कोच का प्रयोग किया जा रहा है. अराकू वैली में एक विस्टाडोम कोच का प्रयोग हो रहा है वहीं दूसरा कोच कश्मीर घाटी में चलने वाली रेलगाड़ी में चलाया जा रहा है. तीसरा विस्टाडोम कोच दादर से मडगांव के बीच चलने वाली ट्रेन में चलाया जा रहा है.

 

क्या है विस्टाडोम कोच

विस्टाडोम कोच खास तरीके के कोच हैं. चे चारों तरफ से खुले हुए होते हैं. इसमें यात्रा करते समय यात्री प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकते हैं. हाल ही में रेलवे ने खास तरह के विस्टाडोम कोच तैयार कराए हैं जिनमें रेस्टोरेंट सहित कई अन्य आधुनिक खूबियां हैं.