Indian Railway: नहीं बदला जाएगा इस रेलवे स्टेशन का नाम, रेल मंत्रालय ने दी ये जानकारी
रेल मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जानकारी दी गई कि वर्द्धमान स्टेशन (बीडब्ल्यूएन) का नाम बदलने के किसी प्रस्ताव पर रेल मंत्रालय में विचार नहीं किया जा रहा है. मंत्रालय ने बताया कि वर्तमान निर्देशों के तहत भारतीय रेल के किसी स्टेशन के नाम बदलने का अधिकार गृह मंत्रालय के अधीन है.
रेल मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जानकारी दी गई कि वर्द्धमान स्टेशन (बीडब्ल्यूएन) का नाम बदलने के किसी प्रस्ताव पर रेल मंत्रालय में विचार नहीं किया जा रहा है. मंत्रालय ने बताया कि वर्तमान निर्देशों के तहत भारतीय रेल के किसी स्टेशन के नाम बदलने का अधिकार गृह मंत्रालय के अधीन है.
बटुकेश्वर 18 नवंबर 1910 बर्धमान में जन्मे, लेकिन बाद में बिहार आ गए थे. वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़े और भगत सिंह के साथ आठ अप्रैल 1929 को नेशनल असेंबली में बम फोड़ कर पर्चे बांटे. उन्हें गिरफ्तार किया गया. भगत सिंह को फांसी दी गई तो बटुकेश्वर को उम्रकैद मिली और उन्हें अंडमान-निकोबार स्थित जेल भेज दिया गया. वे 1945 में रिहा हुए और पटना में बस गए. 20 जुलाई 1965 में बटुकेश्वर की मृत्यु दिल्ली एम्स में हुई, यहां एक कॉलोनी उनके नाम पर बनाई गई है.