भारतीय रेलवे ने अपने कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्‍यों के इलाज को आसान बनाने के लिए UMID (Unique Medical Identity Card) की सुविधा दी है. इस सुविधा को 31 अगस्त से पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा. 31 अगस्त 2019 के बाद सभी रेलवे अस्पताल और हेल्थ यूनिट में OPD स्लिप को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया जाएगा. ऐसे में जिन कर्मचारियों ने अब तक UMID नहीं बनवाया है वो 31 अगस्त के पहले अपना ये कार्ड बनवा लें.

इस कार्ड के जरिए मिलेगा इलाज
UMID (Unique Medical Identity Card) कार्ड के जरिए रेलवे के सभी कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य देश के किसी भी अस्‍पताल में इलाज करा सकेंगे. खास बात यह है कि रेलवे कर्मचारी अपनी सैलरी के हिसाब से अस्‍पताल में इलाज की सुविधाएं ले सकता है. यानि अगर सैलरी अच्‍छी है तो प्राइवेट हॉस्पिटल में प्राइवेट रूम तक ले सकते हैं और तनख्‍वाह कम है तो फिर जनरल वार्ड में भर्ती होना पड़ेगा.
 
पहचान पत्र के तौर पर भी हो सकेगा प्रयोग
रेलवे कर्मचारियों को UMID (Unique Medical Identity Card) को पहचान पत्र के तौर पर भी प्रयोग करने की सुविधा देने के प्लान पर भी काम कर रहा है. इसके लिए सभी ID कार्ड में एकरूपता लाई जा रही है. नए ID कार्ड बन जाने के बाद पुराने अपने आप खत्म हो जाएंगे. वहीं सितम्बर से रेल कर्मचारियों के पास फिलहाल मौजूद लाल और नीले रंग के मेडिकल कार्ड बेकार हो जाएगा. इन मेडिकल कार्डों पर इलाज की सुविधा नहीं मिलेगी.
 
अस्पतालों से हुआ कॉन्ट्रैक्ट
रेलवे बोर्ड की संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य द्वितीय एचके संहोत्र के आदेश के मुताबिक रेलवे ने इसके लिए प्राइवेट अस्‍पतालों से कॉन्‍ट्रैक्‍ट किया है. ऐसे अस्पतालों में इलाज के लिए उम्मीद स्मार्ट कार्ड भी जारी किए जा रहे हैं. स्मार्ट कार्ड से ही प्राइवेट अस्पतालों में इलाज होगा. हालांकि यह सैलरी पर निर्भर करेगा कि अस्‍पताल में कर्मचारी को क्‍या सुविधाएं मिलेंगी.
 
वेतन के आधार पर मिलेगी सुविधा
रेलवे में 47600 बेसिक पाने वालों का इलाज जनरल वार्ड में
47601 से 63,100 बेसिक वालों को सेमी प्राइवेट वार्ड की सुविधा
63101 और उससे अधिक वेतन पाने वालों को प्राइवेट वार्ड की सुविधा
 
ऐसे बनवाएं स्‍मार्ट कार्ड
रेलवे कर्मचारी और पेंशनर उम्मीद वेबसाइट पर जाकर यह स्‍मार्ट कार्ड बनवा सकते हैं. इसमें कुछ दस्‍तावेज भी लगेंगे. इसमें सर्विस नंबर, पैन नंबर, मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी देनी होगी. इससे रेलकर्मी और परिवार के अन्‍य सदस्‍यों को एक यूनिक स्मार्ट हेल्थ कार्ड मिलेगा. उसे दिखाकर रेलकर्मी किसी भी अस्पताल में फ्री इलाज करा सकेंगे.