अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस देश की सबसे अधिक आधुनिक व तेज गति से चलने वाली रेलगाड़ी ट्रेन 18 रेलवे के साथ ही भारत सरकार के लिए लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. साथ ही देश के आम रेल यात्री भी इस रेलगाड़ी को देख कर गर्व करेंगे. यह गाड़ी पूरी तरह से भारत में बनी ही इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की गई है. रेलवे अपनी इस उपलब्धि के जरिए मेक इन इंडिया के संदेश को भी देश के आम लोगों तक पहुंचाएगा.

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गाड़ी में कई जगह बने हैं मेक इन इंडिया के लोगो

दरअसर रेलवे ने ट्रेन 18 के इंजन सहित डिब्बों पर मेक इन इंडिया को ले कर भारत सरकार का लोगो गाड़ी कर कई जगहों पर लगाया लगाया है. इससे इस गाड़ी में यात्रा करने वाले यात्री इस बात का गर्व महसूस कर सकेंगे की वो ऐसी रेलगाड़ी में यात्रा कर रहे हैं जिसे पूरी तरह से भारत में ही बनाया गया है. खास बात यह है कि यह गाड़ी जहां पूरी तरह से भारत में बनाया गया है वहीं इस गाड़ी में किसी भी विकसित देश में चलने वाली रेलगाड़ियों की तरह ही सुविधाएं दी गई हैं.

अब तक विदेशी तकनीक पर बनती रही हैं गाड़ियां

देश में राजधानी , शताब्दी या किसी अन्य गाड़ी की बात करें जो ज्यादातर रेलगाड़ियों को विदेश से आयात की गई तकनीक के आधार पर तैयार किया गया है. रेलवे अपनी सभी रेलगाड़ियों में एलएचबी डिब्बे लगा रहा है. विशेष तौर पर राजधानी व शतताब्दी श्रेणी की ज्यादातर रेलगाड़ियों में एलएचबी डिब्बे ही लगाए जाते हैं. यह तकनीक भी जर्मनी से आयात की गई थी. एलएचबी डिब्बों की खासियत यह है कि एक्सीडेंट के दौरान ये डिब्बे एक दूसरे पर नहीं चढ़ते. अब तक विदेशी तकनीक से बने डिब्बों में सफर करने वाले यात्रियों को जब पूरी तरह से देश में बनी T 18 रेलगाड़ी में यात्रा करने का अनुभव मिलेगा तो यात्रियों को गर्व की अनुभूति होना स्वाभावित है.