मुम्बई राजधानी जल्द ही दिल्ली से मुम्बई की 1359 किलोमीटर की दूरी को 15.34 घंटे की बजाए मात्र 13 से 14 घंटे में पूरा कर लेगी. इसके लिए इस ट्रेन को दो इंजनों की मदद से चलाया जाएगा. इस प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड से अनुमति मिल चुकी है. उत्तर मध्य रेलवे के कुछ हिस्से में ट्रैक ठीक किए जाने के बाद इस ट्रेन का परिचालन दो इंजनों के साथ किया जाएगा.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

RDSO कर चुका है ट्रायल

रेलवे के रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) ने इस ट्रेन का दो इंजनों के साथ अक्टूबर महीने में स्पीड ट्रायल किया था जो काफी सफल रहा था. इन ट्रेनों को डबल इंजन के साथ अधिक गति पर चलाने के लिए इन ट्रेनों के इंजन सेटों को अपग्रेड करने के साथ रेक में भी कुछ बदलाव करने के लिए कहा गया है. इस ट्रेन को पुश एंड पुल तकनीक के जरिए चलाया जाएगा.

क्या है पुश एंड पुल तकनीक

पुश एंड पुल तकनीक के तहत ट्रेन को एक इंजन जहां खींचता है वहीं दूसरा इंजन उसे ढकेलता है. इसी तकनीक का प्रयोग कर आरडीएसओ ने इस ट्रेन का ट्रायल किया था. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार डबल इंजन लगाने के बाद दिल्ली - मुम्बई राजधानी एक्सप्रेस मुंबई से सूरत की दूरी मात्र 2.25 घंटे में तय कर लेगी. वर्तमान में यह दूरी तय करने में इस ट्रेन को 2.56 घंटे का समय लगता है.

क्यों लग रहा है समय

दरअसल पुश एंड पुल तकनीक के जरिए मुम्बई राजधानी को चलाने के लिए ट्रेन के साथ ही ट्रैक में भी कुछ बदलाव किए जाने हैं. उत्तर मध्य रेलवे के मथुरा- पलवल सेक्शन पर अभी कुछ तकनीकी सुधार किए जाने हैं जिसके चलते अब तक इस रूपे रूट को क्यिलयरेंस नहीं मिल सका है. पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया कि राजधानी एक्सप्रेस को डबल इंजन के साथ चलाने में अभी कुछ समय लग सकता है. NCR में कुछ सुधार कार्य किए जाने हैं इसके बाद ये ट्रेन डबल इंजन के साथ चल सकेगी.