नई दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही राजधानी एक्सप्रेस में सामान्य दिनों की तरह ही शनिवार रात खाना परोसा गया. ये खाना खाने के बाद कई यात्रियों की तबियत खराब हो गई. घटना के बाद बोकारो रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया. डॉक्टरों की टीम ने यात्रियों की जांच की और दवाएं उपलब्ध इसके बाद ट्रेन रवाना हो सकी. यात्रियों की ओर से आए दिन रेलगाड़ियों में उपलब्ध कराए जाने वाले खाने की गुणवत्ता को ले कर सवाल उठाए जाते रहते हैं. इसको देखते हुए हाल ही में रेलवे की ओर कई सारे कदम भी उठाए गए थे. आइये जानते हैं रेलवे ने क्या कदम उठाए हैं.

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IRCTC ने उठाए कई कदम

रेलगाड़ियों में खाने की गुणवत्ता और बेहतर बनाने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिजम कॉर्पोरेशन (IRCTC) की ओर से कई प्रयास किए गए. इसके तहत IRCTC नए  आधुनिक सुविधाओं से लैस बेस किचन बना रहा है. वहीं पुराने बेस किचनों को अपग्रेड किया जा रहा है. बेस किचन के अलावा IRCTC फूड प्लाजा, और फूड कोर्ट भी मैनेज कर रहा है.

बायोडिग्रेडेबल पैकिंग शुरू हुई

रेलवे की ओर से राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने की पैकेजिंग को और बेहतर बनाने के लिए बायो डी ग्रेडेबल मैटिरियल की मील ट्रे का प्रयोग शुरू किया. तथा कुछ खाद्य पदार्थों की पैकिंग भी बायो डिग्रेडेबल मैटेरियल से करना शुरू की. राजधानी और दुरंतो में रेलवे ने सर्विस ट्रॉली शुरू की है.

बिलिंग का इंतजाम किया

यात्री आए दिन कम खाना दिए जाने और पैसा अधिक लिए जाने की शिकायते करते थे. इस समस्या को दूर करने के लिए रेलवे की ओर से ट्रेनों में खाना खरीदने के दौरान यात्रियों को बिल देने का प्रावधान किया. इसके लिए ट्रेनों में पीओएस मशीन से बिलिंग का इंतजाम किया गया है. यदि कोई वेंडर खाने का बिल नहीं देता तो यात्री जहां उसकी शिकायत कर सकते हैं वहीं उसे खाना भी मुफ्त मिलेगा.

गुणवत्ता सुधारने को उठाए ये कदम

रेलवे की ओर खाने की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई तरह की निगरानी व्यवस्था शुरू की. कैटरिंग सेवा की निगरानी के लिए सुपरवाइजर नियुक्त किए गए वहीं किचन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. स्टाफ की योग्यता और अनुभव को भी निर्धारित किया गया है. कर्मचारियों के लिए रेलवे ने हैंड ग्लोव्स का इस्तेमाल भी अनिवार्य बना दिया है.

ई कैटरिंग की हुई शुरूआत

यदि किसी यात्री को ट्रेन में खाना खरीदना नहीं पसंद है तो वह रेलवे की ई कैटरिंग के जरिए भी बुकिंग करा कर अपनी सीट पर अपनी पसंद का खाना मंगा सकता है. ई कैटरिंग सेवा के लिए रेलवे की ओर से कई मल्टी नेशनल व देश की बड़ी कंपनियों से समझौते किए हैं. ऐसे में यात्रियों को फ्रेस और अपनी पसंद का खाना मंगाना का मौका मिलता है.

रेल दृष्टि डैश बोर्ड लॉन्च किया

हाल ही में रेल मंत्रालय ने रेल दृष्टि डैश बोर्ड लॉन्च किया. इस डैशबोर्ड के जरिए रेलवे में देश भर में चल रहे रेलवे के सभी कार्यों पर नजर रखी जा सकेगी. कंप्यूटर, मोबाइल और लैपटॉप से दृष्टि डैश बोर्ड को एक्सेस किया जा सकेगा. इसके जरिए कैटरिंग सेवाओं की भी निगरानी बोर्ड में बैठ कर वरिष्ठ अधिकारी कर सकते हैं. वहीं यात्रियों की शिकायतों का समाधान किया गया की नहीं इसकी भी जानकारी इस डैशबोर्ड पर आती है.