रेलवे के अहमदाबाद मंडल के साबरमती डीजल लोको केयर सेंटर में कर्मचारियों ने पुराने बेकार हो चुके मैटिरियल का इस्तेमाल कर के कई कलाकृतियां तैयार की हैं. इन कर्मचारियों द्वारा स्क्रैप से बनाई गई मेक इन इंडिया के प्रतीक चिह्न की कलाकृति आजकल काफी चर्चा में हैं.

कबाड़ से बनाई सुंदर क्लाकृति
डीजल लोको केयर सेंटर में काम करने वाले रेल कर्मचारियों ने ट्रेन के अलग - अलग पुर्जों से निकले कबाड़ को वेल्ड कर के इस कलाकृति को तैयार किया है. इस कलाकृति को कई तरह के रंगों से सजाया गया है. जिससे ये काफी खूबसूतर दिखाई दे रहा है.
 
रेल मंत्री ने की तारीख
रेल मंत्री पियूष गोयल ने साबरमती डीजल लोको केयर सेंटर के कर्मचारियों द्वारा बनाई स्क्रैप से बनाई गई इस मेक इन इंडिया के प्रतीक चिह्न की कलाकृति को ट्वीट कर कर्मचारियों की तारीफ की है.
 
शताब्दी के कबाड़ से बना मकैनिक

इसी तरह दिल्ली में स्थित शताब्दी कॉम्पलेक्स जहां शताब्दी ट्रेनों की मेंटिनेंस का काम किया जाता है वहीं भी रेल कर्मचारियों ने शताब्दी ट्रेनों से निकलने वाले स्कैप से एक आदमी बनाया है जिसके हाथों में औजार हैं जिससे वो गाड़ियों का मेंटिनेंस करने को तैयार है.