रेलवे ने इस ट्रेन को किया रद्द वहीं दो के रेक बदले, ये जानकारी है जरूरी
रेलवे ने पोरबंदर से मुजफ्फरपुर के बीच चलने वाली मोतीहारी एक्सप्रेस रेलगाड़ी की सेवाओं को 12 अप्रैल तक रद्द किया वहीं गोरखपुर - लखनऊ इंटरसिटी व वलसाड-दाहोद सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एलएचबी रेक लगाए.
पोरबंदर से मुजफ्फरपुर के बीच चलने वाली मोतीहारी एक्सप्रेस रेलगाड़ी को रेलवे ने 12 अप्रैल तक रद्द रखने का निर्णय लिया है. रेलवे के निर्णय के अनुसार गाड़ी संख्या 19269 पेारबंदर से चल कर मुजफ्फरपुर तक जाने वाली मोतीहारी एक्सप्रेस रेलगाड़ी 04, 05, 11 और 12 अप्रैल को रद्द रहेगी. वहीं वापसी में यह गाड़ी 19270 मुजफ्फरपुर - पोरबंदर एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से 07,08,14, और 15 अप्रैल को रद्द रहेगी.
मिलेगा पूरा रिफंड
जिन यात्रियों ने इस ट्रेन में पहले से आरक्षण करा रखा है वो टिकट रद्द करा कर पूरा रिफंड प्राप्त कर सकते हैं. ऑनलाइन टिकट को IRCTC की वेबसाइट या 139 सेवा के तहत रद्द किया जा सकता है वहीं काउंटर टिकट काउंटर पर ही जा कर रद्द कराया जा सकेगा.
गोरखपुर- लखनऊ इंटरसिटी के रेक में हुआ बदलाव
रेलवे ने गाड़ी संख्या 12531/12532 गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में पुराने कनवेंशनल रेक को हटा कर आधुनिक LHB रेक लगाने का निर्णय लिया है. इस गाड़ी में रेक बदलने जाने से यात्रा और अधिक आरामदायक हो जाएगी. नए रेक के तहत इस रेलगाड़ी में जनरेटर सह लगेज यान के 02 डिब्बे, साधारण श्रेणी के 05, कुर्सीयान श्रेणी के 10 तथा वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणी के 05 कोच सहित कुल 22 कोच लगाए जाएंगे.
इस रेलगाड़ी को रेक भी एलएचबी हुआ
यात्रियों को और अधिक आरामदायक सफर उपलब्ध कराने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा गाड़ी संख्या 12929/12930 वलसाड-दाहोद सुपरफास्ट एक्सप्रेस के परम्परागत कोचों के स्थान पर इस गाड़ी में एलएचबी कोच लगाए गए हैं. इस नए रेक में एसीएक्ज़िक्यूटिव चेयर कार,एसी चेयर कार व द्वितीय श्रेणी के सामान्य डिब्बे हैं. ट्रेन में हुए इस बदलाव से यात्रा और अधिक आरामदायक होगी.
रेलगाड़ियों में एलएचबी रेक इस लिए लगाए जा रहे हैं
- एलएचबी कोच पुराने कंवेशनल कोच से काफी अलग होते हैं. ये उच्च स्तरीय तकनीक से लैस है.
- पटरियों पर दौड़ते वक्त अंदर बैठे यात्रियों को ट्रेन चलने की आवाज बहुत धीमी सुनाई देती है.
- इन डिब्बों में पुराने कोच की तुलना में जगह अधिक होने से यात्रा आरामदायक होती है.
- एचएचबी कोच स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम से बने होते हैं. जिससे कि यह कोच पहले की तुलना में हल्काहोता हैं.
- सीबीसी कपलिंग तकनीक के कारण हादसे में दुर्घटना की संभावना कम होती है. दुर्घटना होने के पर भी बोगियां एक-दूसरे पर नहीं चढ़ती है.