रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी.के. यादव ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रेल को अब तक की सबसे ज्यादा पूंजीगत व्यय राशि 1.85 लाख करोड़ रुपये मिली है और रेलवे का मुख्य फोकस सुरक्षा साधन, क्षमता निर्माण, मॉबिलिटी में सुधार और यात्रियों की सुरक्षा पर होगा.

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रेलवे के लिए सबसे सुरक्षित साल रहा

वित्तमंत्री पीयूष गोयल द्वारा संसद में अंतरिम बजट पेश किए जाने के बाद रेलभवन में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, "वित्त एवं रेलमंत्री पीयूष गोयल ने जैसाकि अंतरिम बजट भाषण में जिक्र किया है कि यह साल अब तक का सबसे सुरक्षित साल रहा है."

इन बातों पर रहेगा ध्यान

रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा, "हमारा ध्यान सुरक्षा साधनों, क्षमता निर्माण, मॉबिलिटी और यात्रियों की सुरक्षा पर होगा." उन्होंने कहा कि रेलवे ने बड़ी लाइन के अपने नेटवर्क में सभी मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि रेलवे ऑटोमेटिक ट्रेन सुरक्षा प्रणाली पर काम कर रही है.

रेलवे के लिए 21 फीसदी अधिक धन मिला

यादव ने कहा कि रेलवे ने पूर्वोत्तर के राज्यों में 43 परियोजनाएं शुरू की हैं जिनपर अनुमानित लागत 93,000 करोड़ रुपये आएगी. इससे पहले रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए इन्फ्रास्ट्रक्च र आवंटन 21 फीसदी बढ़ाकर 2019-20 में 58,166 करोड़ रुपये कर दिया गया है.