रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान गुणवत्तायुक्त पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए रेलवे की ओर से ऑपरेशन थ्रस्ट शुरू किया है. इस अभियान के तहत स्टेशनों पर ऐसे लोगों को पकड़ा जा रहा है जो अवैध तौर पर स्टेशनों पर या ट्रेनों में लोकल पीने के पानी का कारोबार कर रहे हैं.

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1400 से अधिक लोग पकड़े गए

 रेलवे की ओर से यह अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत स्टेशनों और ट्रेनों में सघन तलाशी ली गई. इस अभियान को जुलाई में शुरू किया गया. दो दिनों में ही रेलवे ने 1,400 से अधिक ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जो लोकल पानी बेच रहे थे. इस अभियान के तहत 69,000 से अधिक गैर मानक की असुरक्षित पानी की बोतल पकड़ी गई हैं.

अधिक मुनाफे के लिए बेच रहे लोकल पानी

रेलवे की ओर से स्टेशनों पर या ट्रेनों में सिर्फ रेल नीर को बेचने को अनुमति प्रदान की है. यह पानी रेलवे के मानकों के अनुसार पैकेज किया जाता है. लेकिन गर्मी में पानी की मांग अधिक होने के चलते बड़ी संख्या में अवैध वेंडर मोटा मुनाफा कमाने के लिए स्टेशनों व ट्रेनों में अवैध पानी की बिक्री करते हैं.

अवैध पानी बेचने वालों पर लगाई जा रही लगाम

रेलवे में आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत पूरे भारत में एक साथ रेड की गई है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध पानी बेचे जाने पर लगाम लगाना है ताकि यात्रियों को गुणवत्तायुक्त पानी उपलब्ध कराया जा सके.