जल्द ही फर्राटा भरेगी शिमला की ट्वाय ट्रेन, इतनी बढ़ाई जा रही है स्पीड
कालका - शिमला रूट पर ट्वाय ट्रेन की गति को बढ़ाने के लिए ट्रैक में कई सुधार किए जा रहे हैं. इस ट्रेन की गति को बढ़ा कर 35 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाएगा.
कालका से शिमला तक का ट्वाय ट्रेन का सफर यात्रियों को काफी लुभाता रहा है. लेकिन ट्वाय ट्रेन की स्पीड काफी कम होने के चलते लोग इस रूट पर यात्रा के दौरान बोर होने लगते हैं. कई बार तो यात्री जाते समय ट्वाय ट्रेन का सफर करते हैं और वापसी रोड के जरिए करते हैं क्योंकि रोड से आने में ट्वाय ट्रेन की तुलना में लगभग आधा समय लगता है. लेकिन अब ट्वाय ट्रेन का सफर काफी आकर्षक होने वाला है. रेलवे इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों की गति को बढ़ाए जाने की तैयारी है. इस ट्रेन की स्पीड बढ़ने के बाद ट्वाय ट्रेन के शिमला पहुंचने के समय में एक चौथाई तक कमी आ सकती है.
35 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलेगी ट्वाय ट्रेन
रेलवे की ओर से कालका शिमला रेल सेक्शन पर Mission 100 Days नाम से एक अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत इस रेल सेक्शन पर कई तरह के विकास कार्य किए जाने हैं. अभी इस मार्ग पर रेल की गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा होती है. इसे बढ़ाकर 35 किलोमीटर प्रति घंटा करने के लिये जल्द ही परीक्षण किया जाएगाइससे यात्रियों को इस मार्ग पर पांच घंटे ही लगेंगे.
विस्टा डोम कोच से और सुहाना होगा सफर
भारतीय रेलवे की ओर से खास तरह के विस्टा डोम कोच (Vista Dome Coach) तैयार कराए गए हैं. इन डिब्बों की छत और सीट के साथ लगी खिड़कियों व आसपास का हिस्सा पूरी तरह से पारदर्शी है. इन्हें खास तरह के प्लास्टिक से बनाया गया है. इन डिब्बों को कालका से शिमला के बीच चलने वाली ट्वाय ट्रेन में चलाए जाने की योजना है. इस डिब्बे में यात्रा कर के यात्रियों को शिमला की वादियां और खूबसूरत दिखाई देंगी.
रेल यात्रियों की लिए शुरु हुई ये बेहतरीन सेवा
देश भर से यात्री शिमला घूमने जाते हैं. शिमला जाते समय रास्ते में कई खूबसूरत जगहें पड़ती हैं. ऐसे में ट्वाय ट्रेन से यात्रा के दौरान यात्री रास्तें में कहीं रुकते हैं तो उन्हें ट्रेन चलने के पहले तुरंत ट्रेन में चढ़ना होता है. ऐसे में कई बार वो ठीक से रास्ते में घूम नहीं पाते. इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे की ओर वे इस रूट पर HOP ON -HOP OFF सेवा शुरू की गई है. ये सेवा 15 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच उपलब्ध होगी इसके तहत रेल यात्री खास तरह का टिकट खरीद कर रास्तें के किसी भी स्टेशन पर उतर सकते हैं. वहीं वो चाहें तो अपनी रेलगाड़ी को छोड़ कर कुछ देर घूमने के बाद पीछे से आ रही रेलगाड़ी में यात्रा यात्रा कर सकते हैं. ये टिकट पूरे दिन के लिए मान्य होता है.