भारतीय रेलवे की कोच फैक्टरी ने चीन को पछाड़ा, बनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी
भारतीय रेलवे की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित रेल कोच मैन्युफैक्चरिंग यूनिट इंटेगरल कोच फैक्टरी (ICF) ने उत्पादन में 40% की वृद्धि दर्ज की है.
भारतीय रेलवे (Indian railways) की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित रेल कोच मैन्युफैक्चरिंग यूनिट इंटेगरल कोच फैक्टरी (ICF) ने उत्पादन में 40% की वृद्धि दर्ज की है. इसके साथ ही आईसीएफ चीन की सबसे बड़ी कोच मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी रेलयान (Railcar) निर्माता बन गई है. एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने यह जानकारी दी.
आईसीएफ द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 में फरवरी तक 2919 कोच तैयार किए गए. पिछले वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के मुकाबले ये आंकड़ा 40% अधिक है. 2016-17 में रेलवे ने सिर्फ 1976 यूनिट तैयार की थीं.
आईसीएफ के पूर्व अधिकारी शुभ्रांशु ने बताया, 'आईसीएफ नई ऊंचाइयों पर है. कंपनी ने फरवरी 2019 में 301 कोच तैयार किए. वित्त वर्ष 2018-19 में अप्रैल से फरवरी तक कुल 2919 कोच तैयार हुए... मार्च तक हम 3200 का आंकड़ा पार कर लेंगे. इसके साथ ही आईसीएफ दुनिया की सबसे बड़ी रेलयान निर्माता बन गई है.' शुभ्रांशु इस मंगलवार को ही आईसीएफ से रिटायर हुए हैं.
इसके साथ ही आईसीएफ ने चीन की सबसे बड़ी रेलकार कंपनी को पीछे छोड़ दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जिस तेजस एक्सप्रेस का शुभारंभ किया, उसके कोच भी आईसीएफ में बने हैं. भारत की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस या Train-18 के कोच भी आईसीएफ में ही बने हैं.