दिल्ली से बांद्रा टर्मिनस जा रही पश्चिम एक्सप्रेस रविवार शाम 5.40 बजे फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से चली. ट्रेन कुछ ही दूर गई थी कि 24 साल के नवदीप नाम के मुसाफिर ने सीने में दर्द की बात कही. टीटीई को सूचना मिलने पर ट्रेन में डॉक्टर ढूंढा गया पर डॉक्टर नहीं मिला. ऐसे में टीटीई ने रेलवे के कंट्रोल रूम को नवदीप के बारे में बताया.

रेलवे ने ग्रीन कॉरीडोर बनाया
रेलवे का कंट्रोल रूम तुरंत हरकत में आया और तय किया गया कि ट्रेन को जल्द से जल्द मथुरा पहुंचाया जाए. मथुरा स्टेशन पर डॉक्टर को भी पहुंचने के लिए कह दिया गया. रेलवे ने फरीदाबाद से मथुरा के बीच एक ग्रीन कॉरीडोर बनाया और इस ट्रेन को सारे सिग्नल ग्रीन दिए गए ताकि ट्रेन को रास्ते में कहीं रुकना न पड़े.
 
आधे घंटे पहले पहुंची ट्रेन
ट्रेन को 7.10 बजे मथुरा पहुंचना था लेकिन ये ट्रेन लगभग आधा घंटे पहले 6.40 बजे मथुरा पहुंच गई. रास्ते में ट्रेन में मौजूद स्टॉफ ने यात्री को हार्ट पम्प करने और सांस दे कर राहत पहुंचाने की कोशिश की.
 
स्टेशन पर पहले से मौजूद रहे डॉक्टर

ट्रेन के मथुरा पहुंचने पर यहां पहले से ही एम्बुलेंस और डॉक्टर मौजूद थे. उन्होंने तुरंत यात्री को इलाज देना शुरू किया. लेकिन डॉक्टरों की कोशिश सफल नहीं रही और यात्री को बचाया नहीं जा सका.