रेलगाड़ियों की गति बढ़ाने और ट्रेनों में यात्रियों के बैठने की क्षमता बढ़ाने के लिए रेलवे की ओर से लगातार कई प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन Train 18 की सफलता को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने एक बड़ा निर्णय लिया है. रेलवे देश भर में चल रही ईएमयू (EMU) रेलगाड़ियों में भी Train 18  की तकनीक का प्रयोग करने की योजना पर काम कर रहा है. ईएमयू को Train 18  जैसा बनाने का काम Train 18 को तैयार करने वाली रेलवे की चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री ICF को दिया जा सकता है.

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क्या होंगे बदलाव

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार Train 18 और ईएमयू देानों बिजली से चलने वाली गाड़ियां हैं. दोनों में ही गाड़ियों को बिना मोड़े आगे और पीछे दोनों तरफ से चलाया जा सकता है. यदि ये कहा जाए कि Train 18 देश भर में चल रही ईएमयू गाड़ियों का आधुनिक वर्जन है तो गलत नहीं होगा. ऐसे में ईएमयू गाड़ियों में Train 18 की तरह कुछ बदलाव किए जाने की योजना है. इस योजना पर काम किया जा रहा है कि Train 18 की तरह ही ईएमयू गाड़ियों में लगे मोटर गाड़ी के निचले हिस्से में लगा दिए जाएं. इससे गाड़ी में लगभग 200 यात्रियों के बैठने की क्षमता बढ़ाई जा सकेगी. ईएमयू गाड़ियों को लोकल तौर पर चलाया जाता है. इसके स्टेशन काफी पास- पास होते हैं ऐसे में इसकी गति बढ़ाने के लिए बहुत अधिक काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

25 दिसम्बर को चलेगी Train 18

Train 18 को रविवार को कोटा रेलवे स्टेशन से कुरलेसी स्टेशन के बीच 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति पर चलाया गया. इस ट्रेन के इस सफल ट्रायल रेल रेलवे के अधिकारी काफी उत्साहित हैं. यदि सबकुछ ठीक रहा तो भारत में बनी इस पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिन 25 दिसम्बर को दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाया जा सकता है. फिलहाल Train 18 के स्पीड ट्रायल जारी हैं. इन परीक्षणों के बाद रेलवे की ओर से इन गाड़ी को चलाने की अनुमति के लिए कमिश्नर रेलवे सेफ्टी के पास आवेदन किया जाएगा.

ये होगी Train 18 के चलते की टाइमिंग

खबरों के अनुसार Train 18 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सुबह 06 बजे चलाया जा सकता है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में यह गाड़ी दोपहर लगभग 02 बजे पहुंचेगी. वापसी में यह गाड़ी वाराणसी में दोपहर 2.30 बजे चलाई जाएगी और उसी दिन राज लगभग 10.30 बजे यह गाड़ी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी.

इन पैमानों पर जांची गई Train 18 की क्षमता

Train 18 के रविवार को कई स्पीड ट्रायल किए गए. इस गाड़ी को सीधे ट्रैक पर 180 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाया गया वहीं एक डिग्री के कर्व पर गाड़ी को 150 किलोमीटर की गति से चला कर देखा गया. दो डिग्री के मोड पर इस गाड़ी को 140 से 150 किलोमीटर की गति से चलाया गया. इस रेलगाड़ी को कुल 113 किलोमीटर ट्रैक पर दौड़ा कर टेस्ट किया गया. इस परीक्षण के दौरान आरडीएसओ के अधिकारी भी मौजूद रहे.