इंडियन स्टीम रेलवे सोसायटी ने स्टीम इंजनों के फिर से जीवित करने के लिए रेलवे के दिल्ली मंडल को पुरस्कृत किया गया है. राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में इंडियन स्टीम रेलवे सोसाइटी (आई. एस. आर. एस.) द्वारा सोहलवें राष्ट्रीय स्ट्रीम रेलवे कांग्रेस के आयोजन के दौरान दिल्ली मंडल को यह पुस्कार दिया गया . राष्ट्रीय रेल संग्रहालय ऑडिटोरियम में आयोजित इस समारोह में इंडियन स्टीम रेलवे सोसायटी ने दिल्ली मंडल को तीन पुरस्कार प्रदान किए. ये पुरस्कार सांस्कृतिक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर महेश शर्मा तथा रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाँई की उपस्थिति में प्रदान किए गए .इस अवसर पर दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक आर.एन. सिंह, ने दिल्ली मंडल की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया .

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली मंडल की ओर से कई बार किया गया स्टीम रन

रेलवे के दिल्ली मंडल की ओर से स्टीम इंजन की धरोहर को संरक्षित करने तथा देश में पर्यटक क्षमता को बढ़ाने के लिए दुनिया की सबसे पुरानी स्टीम इंजन फेयरी क्वीन के जरिए नई दिल्ली से पुरानी दिल्ली के बीच 26 जनवरी को ट्रेन चलाई. इसके अलावा दिल्ली मंडल ने गढ़ी हरसरू से फरुखनगर के बीच दिनांक 15 सितम्बर से प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक स्टीम इंजन ट्रेन को चलाया है .आम लोग भी इस स्टीम रन का मजा ले सकते हैं.

        

फिर चली स्टीम ट्रेन

18 नवम्बर को दिल्ली मंडल द्वारा एक साथ दो स्टीम इंजन से चलने वाली ट्रेन चलाई . एक ट्रेन गढ़ी हरसरू से फरुखनगर एवं वापसी (साप्ताहिक ट्रेन) स्टीम इंजन डब्ल्यू.पी. 7161 अकबर द्वारा चलाई गई वहीं दूसरी ट्रेन दिल्ली छावनी से रेवाड़ी तक चलाई गई जो स्टीम इंजन डब्ल्यू.पी. 7200 द्वारा चलाई गई .रेल राज्य मंत्री  राजेन गोहाँई ने दिल्ली मंडल द्वारा स्टीम इंजन चालित ट्रेन चलाए जाने तथा पुराने स्टीम इंजन तथा रेवाड़ी स्टीम शेड के पुनर्जीवन के योगदान की सराहना की.