भारतीय रेलवे अगले 3 साल में अपने ब्रॉडगेज नेटवर्क को पूर्णत: विद्युतीकृत कर लेगी. रेलवे ने पूरे देश में ब्रॉडगेज नेटवर्क को पूरी तरह से विद्युतिकृत करने के लिए 2020 का लक्ष्य रखा है. वहीं अत्याधुनिक ट्रेन सुरक्षा प्रणाली (एटीएस) और सीसीटीवी व वाई-फाई युक्त सुरक्षा प्रणाली पर भी काफी बड़े पैमाने पर काम किया जाएगा.

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बजट में रेलवे को मिलेग इतने रुपये

रेलवे के इंफ्रास्ट्रैकचर के विकास के लिए भारत सरकार अगले 12 साल में लगभग 50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. रेलवे के सभी ट्रैकों के विद्युतिकरण व सीसीटीवी एवं वाई फाई जैसी सुविधाएं प्रदान करने में भी इस फंड का प्रयोग हो सकेगा. इसके अलावा इस पैसे का प्रयोग रेलवे के नए ट्रैक बिछाने, पुराने ट्रैक को बेहतर बनाने, रेलगाड़ियों की गति बढ़ाने, व रेल यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी.

स्टेशनों पर विकसित होगा सर्विलांस सिस्टम

रेल मंत्रालय ने अपने रोडमैप में सभी रेलगाड़ियों के डिब्बों व सभी स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमने लगाने के काम को शामिल किया है. साथ ही सभी रेलवे स्टशनों पर एक सर्विलांस सिस्टम विकसित किए जाने की योजना है.

इतनी ट्रेनों व स्टेशनों पर लगेंगे कैमरे

रेलवे की ओर से सभी सभी 6124 रेलवे स्टेशनों पर और प्रीमियम ट्रेन व मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों के सभी 7020 कोच में CCTV कैमरे लगाए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है. ये काम अगस्त 2019 से शुरू कर दिया जाएगा.