कन्फर्म नहीं हुआ टिकट तो भी कर सकते हैं ट्रेन सफर, रेलवे का ये नियम जानते हैं आप?
टिकट कन्फर्म होने का इंतजार करते लोगों को लिए रेलवे की एक खास स्कीम है. इंडियन रेलवे मुसाफिरों की सुविधआ के लिए इस स्कीम को चलाता है.
टिकट कन्फर्म होने का इंतजार करते लोगों को लिए रेलवे की एक खास स्कीम है. इंडियन रेलवे मुसाफिरों की सुविधआ के लिए इस स्कीम को चलाता है. ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करते वक्त अगर किसी वजह से पैसेंजर का टिकट वेटिंग लिस्ट में होता है तो ऐसे पैसेंजर्स को एक ऑप्शन दिया जाता है. इस ऑप्शन की मदद से पैसेंजर बिना टिकट कन्फर्म हुए भी ट्रेन में सफर कर सकता है. इसके लिए कोई अलग से चार्ज भी नहीं लिया जाता. इस नियम को रेलवे ने दो साल पहले
क्या है रेलवे का नियम
रेलवे ने इस सुविधा का नाम 'विकल्प' रखा है. टिकट कन्फर्म नहीं होने की स्थिति में रेलवे पैसेंजर्स को एक विकल्प देता है. इसके तहत पैसेंजर्स को यह सुविधा दी जाती है कि अगर उस ट्रेन में टिकट कन्फर्म नहीं हुई तो किसी दूसरी ट्रेन में कन्फर्म टिकट दी जाएगी. हालांकि, इस स्कीम में टिकट बुक करनी है या नहीं यह पूरी तरह से पैसेंजर्स पर निर्भर करता है. बुकिंग के वक्त इस विकल्प को चुनना होता है.
क्या शर्तिया टिकट मिलेगा?
ऑनलाइन बुकिंग करते वक्त 'विकल्प' चुनने का मतलब ये नहीं होता कि आपको किसी और ट्रेन में कन्फर्म टिकट मिल ही जाएगी. यह ट्रेन और सीट की उपलब्धता पर निर्भर करता है. इस सुविधा से जुड़े कई नियम भी हैं, जैसे किस स्टेशन से ट्रेन पकड़नी है और कहां तक आपको सीट मिलेगी, ये भी बदल सकता है.
क्या है स्कीम का फायदा?
विकल्प स्कीम सभी ट्रेनों और क्लास के लिए लागू है. यह स्कीम वेटिंग लिस्ट में शामिल सभी पैसेंजर्स के लिए है. किसी भी कोटे से इस स्कीम के तहत टिकट बुक की जा सकती है. स्कीम में पैसेंजर्स को एक बार में 5 ट्रेनों का विकल्प मिलता है. ध्यान रखें इसका फायदा सिर्फ उन पैसेंजर्स को मिलता है, जिन्होंने वेटिंग में टिकट बुक किया है और चार्ट बनने के बाद भी उनका नाम वेटिंग लिस्ट में ही है.
कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं वसूला जाएगा
अगर पैसेंजर्स को किसी और ट्रेन में सीट मिल जाती है तो उससे कोई एक्स्ट्रा किराया नहीं लिया जाता. किसी तरह का दूसरा चार्ज भी पैसेंजर्स से नहीं लिया जाता. खास बात यह है कि अगर इस स्कीम के जरिए पैसेंजर्स को किसी और ट्रेन में सीट मिल जाती है तो वह उसी ट्रेन में सफर नहीं कर सकता, जिसकी टिकट उसने बुक कराई थी. कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है कि जिस दूसरी ट्रेन में टिकट मिला है, उसमें कुछ बदलाव हो जाए.
रिफंड भी हो सकता है क्लेम
पैसेंजर्स को चाहिए कि जिस दूसरी ट्रेन में टिकट मिला है, उसका चार्ट बनने के बाद एक बार अपने पीएनआर से दोबारा सीट और कोच को कन्फर्म कर लें. अगर दूसरी ट्रेन में सीट मिलने के बाद पैसेंजर्स सफर नहीं करता है तो वह टीडीआर भरकर रिफंड क्लेम कर सकता है. विकल्प स्कीम में चुनी गई ट्रेनों को बाद में बदला नहीं जा सकता.