भारतीय रेलवे लगातार अपने सिस्टम को अपडटे करके यात्रियों के लिए आसान बना रहा है. अब यात्री कैशलेस और पेपरलेस टिकट बुक कर सकते हैं. मतलब यह कि अब ट्रेन के जनरल डिब्बे में सफर करने वालों को भी टिकट खरीदने के लिए खिड़की की लंबी लाइन में नहीं खड़ा होगा. दरअसल, भारतीय रेलवे तीन Cs को प्रोमोट कर रहा है. इनमें पहला- कैशलेस ट्रांजेक्शन (डिजिटल पेमेंट), कॉन्टेक्ट लैंस टिकटिंग (काउंटर से टिकट लेने के झंझट से छुटकारा) और कस्टमर कन्विनियशंस और एक्सीपीरियंस (ग्राहक सुविधा और अनुभव) है. इसके लिए रेलवे ने कुछ समय पहले ही UTS मोबाइल ऐप को देशभर में लॉन्च किया है. इससे पहले यह सुविधा मुंबई और दिल्ली के कुछ स्टेशंस पर उपलब्ध थी.

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मिलेगा 5% कैशबैक

UTS ऐप से टिकट बुक करते वक्त आपको ऐप वॉलेट को डेबिट या क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज करना होगा. इसके बाद टिकट बुकिंग की पेमेंट के लिए इसी वॉलेट का इस्तेमाल करना होगा. हर रिचार्ज पर आपको 5 फीसदी का कैशबैक आपके वॉलेट में ही मिलेगा.

ऐसे बुक करें मोबाइल टिकट

  • सबसे पहले अपने मोबाइल में 'UTS' ऐप डाउनलोड करें. यह ऐप गूगल प्ले स्टोर, विंडो स्टोर और एप्पल स्टोर से फ्री में डाउनलोड की जा सकती है.
  • इसके बाद लॉगिन करने के लिए अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, नाम, जन्मतिथि, आईडी डालकर खुद को रजिस्टर करें. 
  • सफल पंजीकरण के बाद आपको SMS के जरिए एक 4 डिजिट का पासवर्ड आपके मोबाइल पर मिलेगा और जीरो बैलेंस के साथ एक R-वॉलेट भी जेनरेट हो जाएगा.
  • ऐप खोलने के लिए आपका लॉगिन आईडी-आपका मोबाइल नंबर होगा. SMS से मिले 4 डिजिट वाले M-पिन आपका पासवर्ड होगा.
  • लॉगिन करने के बाद आप अपने वॉलेट को डेबिट या क्रेडिट कार्ड, नेट बैकिंग, UPI से लोड करना होगा. 
  • कम से कम 100 रुपए की न्यूनतम राशि आपके वॉलेट में होनी चाहिए. इसके अलावा अधिकतम राशि 10000 रुपए होगी. 
  • हर बार वॉलेट के जरिए टिकट खरीदने या रिचार्ज करने पर आपको 5 फीसदी का कैशबैक मिलेगा. यह रेलवे की तरफ से बोनस के रूप में होगा.

क्या हैं टिकट बुक करने की शर्तें

  • टिकट बुक करने के लिए यात्रि को स्टेशन (जहां से यात्रा करनी है) से 20 मीटर से 2 किमी की दूरी के अंदर होना चाहिए.
  • UTS ऐप के जरिए बिना सब्सिडी वाले टिकट, प्लेटफॉर्म टिकट और सीजनल टिकट बुक किए जा सकते हैं.
  • यात्री का टिकट का जेनरेट मोबाइल ऐप में ही होगा. इसके लिए कोई फिजिकल टिकट लेने की जरूरत नहीं होगी. यह पूरी तरह पेपरलेस टिकट होगा.
  • एक बार टिकट जेनरेट होने के बाद कैंसिल नहीं होगा और न ही रिफंड नहीं मिलेगा. UTS के जरिए एडवांस यात्रा की बुकिंग नहीं हो सकेगी. टिकट बुक कराने के 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी.
  • यात्री अपना टिकट वॉलेट के शो टिकट ऑप्शन में जाकर टिकट चेकिंग स्टाफ को दिखा सकते हैं. अगर किसी भी वजह से यात्री अपना टिकट दिखाने में नाकाम रहता है तो उसे बिना टिकट यात्रा के तहत जुर्माना देना होगा.
  • शो टिकट का ऑप्शन बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम करता है.