भारतीय रेलवे में ऑनलाइन टिकटिंग का सारा काम रेलवे का उपक्रम IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) नियंत्रित करता है. IRCTC की साइट के जरिए ऑनलाइन टिकट कर रेलगाड़ी में यात्रा की जा सकती है. लेकिन यदि आपका टिकट वेटिंग रह गया तो रेलवे के वेटिंग टिकटों को ले कर क्या नियम हैं ये आपके लिए जानना बेहद जरूरी है. आइये जानते हैं इन नियमों के बारे में ..

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

IRCTC के ऑनलाइन टिकटों को ले कर ये हैं नीयम

1) यदि किसी यात्री ने IRCTC की टिकटिंग साइट से ऑनलाइन टिकट लिया है और टिकट कनफर्म या RAC है तो भी आपकी कौन सी सीट होगी यह चार्ट बनने के बाद ही निश्चित होगा. कई बार बुकिंग के दौरान जो स्थिति होती है वो चार्ट बनने के बाद बदल जाती है.

2) यदि आपका टिकट RAC रह गया है या एक ऑनलाइन टिकट में दो लोग यात्रा कर रहे हैं और एक व्यक्ति का टिकट कनफर्म है और दूसरे का RAC तो भी RAC वाला यात्री इस टिकट पर यात्रा यात्रा कर सकता है. हालांकि RAC  वाले यात्री का नाम चार्ट में RAC यात्रियों की सूची में होगा.

 3) यदि आपने खुद या किसी एजेंट के जरिए ऑनलाइन टिकट लिया है तो आपको आपकी गाड़ी का चार्ट बनने के पहले ही टिकट रद्द कराने की अनुमति मिलेगी. यदि चार्ट बन गया तो आप टिकट को रद्द नहीं करा सकेंगे और न ही रिफंड ले सकेंगे.

4) यदि आपका ई टिकट वेटिंग रह जाता है तो आपको गाड़ी में चढ़ने की अनुमति नहीं मिलेगी. सिर्फ काउंटर टिकट वाले यात्रियों के वेटिंग टिकट को ही गाड़ी में किसी यात्री के ना आने पर वेटिंग टिकट कनफर्म करने की सुविधा मिल पाती है.

5) वेटिंग ई टिकट चार्ट बनते ही रद्द हो जाता है और उसका रिफंड ग्राहक को भेज दिया जाता है. ऐसे में यदि वेटिंग ई टिकट ले कर आप ट्रेन में चढ़ते हैं तो आपको बेटिकट माना जाएगा.