5 Financial money mistakes to avoid: नया साल है, नया मौका है, नए गोल्स भी बनाने चाहिए. लेकिन, इन सबके बीच जो ध्यान रखना है वो है फाइनेंशियल मिस्टेक्स. यानि वो गलतियां जो अक्सर हम निवेश करते वक्त करते हैं. साल 2023 की शुरुआत होने जा रही है. इसलिए जरूरी है कि आप कुछ फाइनेंशियल रेजोल्यूशन जरूर लें. बता दें, नए साल में नए निवेश करने से पहले इन खामियों को जरूर दूर करें.

बिना मकसद के निवेश

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अक्सर देखने को मिलता है कि ज्यादातर लोग निवेश सिर्फ इसलिए करते हैं कि उन्हें टैक्स बचाना है या फिर ज्यादा रिटर्न कमाना है. लेकिन, ये गलती न करें. निवेश से पहले आपको पता होना चाहिए कि आप क्यों निवेश कर रहे हैं. इसलिए अपनी इन्वेस्टमेंट स्टार्ट करने से पहले अपना गोल तय करें. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

क्रेडिट रिपोर्ट को लंबे समय तक न देखना

ज्यादातर लोग ये गलती करते हैं कि लंबे समय तक अपना क्रेडिट स्कोर चेक नहीं करते. इसमें वो लोग भी शामिल हैं, जिनको इनकी जानकारी तो है, लेकिन वो भी लोन या क्रेडिट कार्ड लेते वक्त ही इसे देखते हैं. नए साल में इस आदत को बदलिए. आपको हमेंशा अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करनी चाहिए. इससे पता चलता है कि आपका क्रेडिट स्कोर कितना बेहतर हुआ या फिर क्यों कम है..

क्रेडिट कार्ड और EMI पेमेंट डिफॉल्ट

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड या लोन की ईएमआई की पेमेंट को मिस करते हैं तो ये क्रेडिट स्कोर पर असर डालता है. इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब होती है. भविष्य में अगर लोन लेना हो या फिर क्रेडिट कार्ड के अप्लाई करना हो तो इसमें दिक्कतें आ सकती हैं. इसलिए नए साल में खुद से वादा करें कि आप अपनी पेमेंट्स सही समय पर करेंगे.

ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखना

जितनी लम्बी चादर उतने ही पैर पसारो... जरूरतों से ज्यादा कर्ज लेना भारी पड़ सकता है. लेकिन, लोग ये गलती करते हैं. बहुत सारे क्रेडिट कार्ड्स लेकर. इसलिए नए साल में आपको ये गलती भी सुधारनी चाहिए. जितनी जरूरत हो उतने ही क्रेडिट रखें. क्योंकि इससे आपके ऊपर रिपेमेंट को दबाव नहीं होगा. मल्टीपल क्रेडिट कार्ड रखने से इन्हें मैनेज करना मुश्किल हो सकता है. इससे भी आपके क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव इम्पैक्ट आता है. छोटे-छोटे अंतराल पर क्रेडिट कार्ड के अप्लाई करने से भी बचें..

कर्ज, बचत और निवेश के बीच तालमेल

बुद्धिमानी इसी में है कि आप अपनी देनदारी का भुगतान उस क्रम में करें, जैसी प्राथमिकता हो. मतलब सबसे पहले अपनी सैलरी में से कर्ज चुकाने के साथ ही एक हिस्सा बचत के लिए निकाल लें. अगर आपके पास इनता फंड हो कि आप निवेश कर सकें तो जरूर करें. बॉटम लाइन ये है कि अपने कर्ज को समय पर चुकाना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अपने भविष्य के लिए बचत और निवेश करना.