फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए जरूरी है सही समय पर बचत की शुरुआत. सही समय पर बचत की शुरुआत के साथ जरूरी है कि बचत की रकम किस तरह से निवेश किया जा रहा है. अगर सही रणनीति के तहत निवेश की शुरुआत हुई, तो यह रकम आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने का रास्ता आसान बना देती है. आप भी म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश की शुरुआत करना चाहते है, तो इसमें ज्यादा समय न लें. ऐसे में सवाल उठता है कि म्यूचुअल फंड्स में निवेश का सही समय क्या है और इसके SIP के जरिए ही निवेश करना चाहिए?

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एक साथ फंड के निवेश से बचें

म्यूचुअल फंड्स में निवेश के लिए कोई तय अवधि नहीं है. जब भी आप निवेश की शुरुआत करना चाहें आप कर सकते हैं. हालांकि, यह आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों पर निर्भर करता है. ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फाउंडर पंकज मठपाल के मुताबिक अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बना रहें हैं तो डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड चुन सकते हैं. चुंकि बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर है तो एक साथ रकम न लगाएं. रकम को टुकड़ों में निवेश करें.

SIP में जरिए निवेश के फायदे

  1. लंबी अवधि के लिए SIP के जरिए निवेश से कम्‍पाउंडिंग का अच्छा फायदा मिलता है. क्योंकि आपकी SIP जितनी लंबी अवधि की होगी कम्‍पाउंडिंग से रिटर्न उतना ज्यादा फायदा मिलेगा. दरअसल, कम्पाउंडिंग से आपको रकम पर मिल रहे रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है.
  2. SIP से बचत की आदत बनती है. क्योंकि इसमें आपके द्वारा तय अवधि में पैसा निवेश करना होता है. ऐसे में आपकी खर्च कम होती है और निवेश के लिए रकम बचती है. इससे आप अनुशासित बचत करते हैं. 
  3. SIP में निवेश के लिए कोई तय अवधि या रकम नहीं है. निवेशक अपने सुविधानुसार निवेश की अवधि और रकम तय कर सकता है. खास बात यह है कि SIP को जब चाहें रोक या बंद कर सकते हैं. जरूरत के लिहाज से SIP की रकम की निकासी भी आसानी से कर सकते हैं