Professional Indemnity Insurance कवर आर्किटेक्ट, डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टेड एकाउंटेंट, वकील, मेडिकल प्रेक्टिशनर के लिए डिजाइन किया गया है. ये उनके बिजनेस को लीगल क्लेम से प्रोटेक्ट करता है. आप चाहे एक छोटा बिजनेस चलाते हो या बड़ा. आप पर खराब सर्विस, गलत एडवाइस या खराब डिजाइन प्रॅावाइड करने का आरोप लग सकता है. ऐसे में आप को मॅानेटरी लॅास हो सकता है. एक लीगल केस मार्केट में आपकी पोजिशन को डैमेज करने के लिए काफी है. इसका फायदा उठाकर आपके राइवल आपसे आगे निकल सकते हैं. Professional Indemnity Insurance इन प्रोसेस में आने वाले एक्सपेंस को कवर करता है और आपके बिजनेस को एक सेफगार्ड देता है. भले ही आपकी फर्म के पास सालों का एक्सपीरियंस हो, इस बात की संभावना हमेशा बनी रहती है कि आप या आपकी टीम का कोई मेम्बर गलती कर सकता है. अगर आप कस्टमर या बिजनेस से रिलेटेड डेटा को संभालते हैं. तो आपको भी Professional Indemnity Insurance लेना चाहिए. इसके साथ ही अगर आप कस्टमर की इंटलेक्युअल प्रॅापर्टी के लिए जिम्मेदार है. या फिर आप अपने क्लाइंट को सलाह देते हैं और गाइड करते हैं तो भी आपको Professional Indemnity Insurance की जरुरत पड़ सकती है.

Professional Indemnity Insurance में क्या कवर होता है

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Professional Indemnity Insurance कवर के तहत एक बहुत बड़ी रेंज कवर की जाती है. इसके तहत प्रोफेशनल नेग्लिजेंस, आपकी गलती से कस्टमर के कॅापीराइट या कॅान्फिडेन्शियालिटी का ब्रीच, कस्टमर का डेटा खो जाने की कंडीशन कवर होती है. साथ ही ये क्लेम इंवेस्टिगेशन कॅास्ट, डिफेमेशन और सामान या पैसे के नुकसान को भी कवर करता है. 

Professional Indemnity Insurance कौन ले सकता है

Professional Indemnity Insurance को डॉक्टर और मेडिकल प्रेक्टीशनर जैसे फिजिशियन, सर्जन, कार्डियोलॅाजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट ले सकते हैं. इसके साथ ही इंजीनियर, आर्किटेक्ट, ठेकेदार और इंटीरियर डिजाइनर भी इस पॅालिसी को ले सकते हैं. Professional Indemnity Insurance हॅास्पिटल, नर्सिंग होम, वकील, अधिवक्ता, सॉलिसिटर, चार्टेड  एकाउंटेंट, मैनेजमेंट सलाहकार और फाइनेंशियल अकाउंटेंट के काम भी आता है.

Professional Indemnity Insurance का क्लेम प्रोसेस क्या है

भारत में सिर्फ सिविल लायबिलिटी क्लेम ही एक्सेप्ट किए जाते हैं जो पॉलिसीहोल्डर की लापरवाही से किसी दूसरी पार्टी को चोट या मृत्यु का कारण बनता है और किसी थर्ड पार्टी की प्रॅापर्टी को डैमेज पहुंचाता है. ऐसे मामलों में लायबिलिटी क्लेम हो सकता है. इसके लिए   इंश्योरर को तुरंत इंफॅार्म किया जाना चाहिए. अगर पॅालिसीहोल्डर को कोई लीगल नोटिस मिलता है, तो उसे तुरंत इंश्योरर को भेजना चाहिए. पॅालिसीहोल्डर इस इंश्योरेंस का यूज तभी कर सकता है जब घटना पॉलिसी ड्यूरेशन के दौरान हुई हो. इंश्योरर, डिफेंस कॅास्ट सहित मैक्सिमम अमाउंट का पेमेंट करेगा. इसको एओए लिमिट (Any One Accident)कहते हैं. दुर्घटना के लिए क्लेम अमाउंट या किसी इंडेमिनिटी के पेमेंट के साथ, एओवाई लिमिट (Any One Year) कम हो जाती है. इस तरह के क्लेम टोटल इंडेमिनिटी को कवर करते है. लेकिन ये एओवाई लिमिट से ज्यादा नहीं होता है.

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