Overnight Fund (Mutual funds): कोरोना महामारी के दौर में अधिकांश निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्‍पों की ओर देख रहे हैं. बाजार में निवेश के अपने जोखिम हैं, लेकिन जब यह निवेश म्‍यूचुअल फंड के जरिए करते हैं तो जोखिम कुछ कम हो जाता है. म्यूचुअल फंड में जब हम थोड़ी ज्‍यादा सुरक्षित कैटेगरी की बात करते हैं तो इसमें डेट म्‍यूचुअल फंड आते हैं. अमूमन यह देखा जाता है कि किसी भी ग्‍लोबल या घरेलू अनिश्चितता के समय बाजार में उतार-चढ़ाव आता है, तो निवेशक डेट फंड का रुख करते हैं. डेट फंड में एक विकल्‍प ओवरनाइट फंड का होता है. इसमें एक दिन में निवेश की रकम मैच्‍योर हो जाती है. इससे बाजार में अगले दिन होने वाले उठा-पटक का खतरा नहीं रहता है. यानी, इसमें निवेशक हर दिन पैसा लगाकर रिटर्न कमा सकता है. अन्‍य फंड के मुकाबले ओवरनाइट सुरक्षित इसलिए कहे जाते हैं, क्‍योंकि इनमें ब्याज दरों में बदलाव और किसी सिक्‍युरिटीज के डिफॉल्ट का कोई असर नहीं होता है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ओवरनाइट फंड क्‍या है कैसे होती है ट्रेडिंग?

बीपीएन फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहना है कि ओवरनाइट फंड म्‍यूचुअल फंड की एक कैटेगरी है. इसमें निवेश अन्‍य कैटेगरी के मुकाबले ज्‍यादा सुरक्षित रहता है. अगर आपके पास कैश है और आप अल्‍ट्रा शार्ट यानी एक-दो दिन के लिए भी पैसा लगाकर कुछ रिटर्न चाहते हैं, तो एक बेहतर विकल्‍प हो सकते हैं. यह एक डेट फंड होते हैं, जो एक दिन में मेच्योर होने वाले बॉन्ड/सिक्‍युरिटीज में निवेश करते हैं. 

दरअसल, हर ट्रेडिंग सेशन की शुरुआत में बॉन्ड खरीदे जाते हैं जो अगले ट्रेडिंग सेशन मेच्योर होते हैं. फंड मैनेजर कैश लेकर और अधिक बॉन्ड खरीदते हैं. इस दौरान बॉन्ड जारी करने वाले की क्रेडिट रेटिंग बदलती है तो भी कीमत प्रभावित नहीं होती है.

Overnight Fund: 1 साल के टॉप परफॉर्मर 

BOI AXA Overnight Fund 

1 साल का रिटर्न: 3.18 फीसदी

Mirae Asset Overnight

1 साल का रिटर्न: 3.16 फीसदी

HSBC Overnight

1 साल का रिटर्न: 3.14 फीसदी

Axis Overnight

1 साल का रिटर्न: 3.12 फीसदी

Baroda Overnight

1 साल का रिटर्न: 3.10 फीसदी

(Source: value research) 

Overnight Fund: किसके लिए बेहतर   

एके निगम का कहना है, ओवरनाइट फंड उन निवेशकों के लिए हैं जो अल्‍ट्रा शॉर्ट टर्म यानी छोटी अवधि के लिए रकम लगाना चाहते हैं. कपनियां इस तरह की स्कीमों में करोड़ों रुपये लगाती हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि बड़ी रकम के साथ थोड़ा भी उतार-चढ़ाव काफी असर डालता है. रिटेल निवेशकों को इससे बहुत ज्‍यादा फायदा नहीं होता है, क्‍योंकि निवेश की रकम बहुत कम होती है. लेकिन अगर कैश अचानक आ जाए तो इसका लाभ उठाया जा सकता है. अभी निवेशक ज्यादा दिन तक पैसा ब्लॉक नहीं करना चाहते हैं, इसलिए अल्ट्रा शॉर्ट टर्म या शॉर्ट टर्म मेच्योरिटी वाले विकल्प तलाश रहे हैं. इस वजह से ओवरनाइट फंड अभी उन्हें बेहतर विकल्प नजर आ रहा है.

 

(डिस्क्लेमर: जी बिजनेस डिजिटल हिंदी किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश करने से पहले स्वयं पड़ताल करें या अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें.)