ओमिक्रॉन का प्रकोप बढ़ रहा है, और शादी सीजन दोनों नजदीक है. ऐसे में हो सकता है कि शादी के कई प्लान कैंसिल हों. पिछले साल भी शादी के कई कार्यक्रमों को रद्द किया गया. बेहतर है मुश्किल वक्त की तैयारी पहले से की जाए. इसका सबसे बढ़िया तरीका है, वेडिंग इंश्योरेंस यानि की शादी का बीमा.

प्रीमियम की राशि

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वेडिंग इंश्योरेंस का सम अश्योर्ड, आपके बीमा की राशि पर निर्भर करता है. प्रीमियम आपको इंश्योर्ड राशि से 0.7-2प्रतिशत तक ही मिलता है. यानि की अगर आपने 10 लाख का इंश्योरेंस लिया तो करीब 7 हजार से 15 हजार रुपए  तक का प्रीमियम देना होगा.

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बीमा में क्या-क्या होता है कवर

वेडिंग इंश्योरेंस शादी कैंसिल होने से लेकर अन्य सभी नुकसान के खर्चों को कवर करता है.

1. इसके अंतर्गत किसी भी दुर्घटना में अगर शादी के दौरान के तीसरे पक्ष को किसी तरह का नुकसान होता है, तो वह कवर किया जाता है.

2. शादी अगर किसी भी कारण से कैंसिल हो जाती है या रद्द हो जाती है, तो उसे इस बीमा में कवर किया जाता है.

3. शादी आयोजन के दौरान अगर आपकी संपत्ति को किसी तरह का नुकसान होता है तो उसे इसमें कवर किया जाता है.

4. अगर किसी दुर्घटना में दूल्हा-दुल्हन को नुकसान होता है, हॉस्पिटलाइज किया जाता है. तो ऐसे में हॉस्पिटल का खर्च भी कवर किया जाता है.

ऐसे करें क्लेम

शादी का कार्यक्रम अगर किसी भी कारणों से रद्द होता है तो आपको तुरंत बीमा कंपनी को जानकारी देना चाहिए. इसके बाद कंपनी एक छोटा सा सर्च कर इस सूचना को वैरीफाई करती है, जिसके बाद पीड़ित पक्ष को क्लेम अमाउंट दे दिया जाता है.

इन मामलों में कवर नहीं

1. हड़ताल होना

2. वर या बधू का अपहरण 

3. खुद शादी कैंसिल करना 

4. शादी में आए मेहमानों का निजी नुकसान 

5. शादी की जगह की अचानक बिना किसी स्पष्ट कारण से अनुपलब्धि

6. समय के साथ हुई टूट-फूट और खराबी