महंगा हुआ मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, प्रीमियम में 6 सालों में 29 फीसदी का इजाफा
हर साल थर्ड पार्टी प्रीमियम दरों की समीक्षा करना और अपडेट करना IRDAI की एक नियमित प्रक्रिया है. आईआरडीएआई नए वित्तीय वर्ष में भी वाहनों के थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम की नई दरों की घोषणा कर सकता है.
मोटर थर्ड पार्टी प्रीमियम में पिछले छह सालों में औसतन 29 फीसदी का इजाफा हुआ है और अगले साल फिर इसमें वृद्धि होने की संभावना है. कयास लगाया जा रहा है कि भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) हर साल की भांति आगामी नए वित्तीय वर्ष में भी दोपहिया और चार पहिया वाहनों के थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम की नई दरों की घोषणा कर सकता है.
पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के विश्लेषण के अनुसार, पिछले छह सालों में कार के थर्ड पार्टी प्रीमियम में औसतन 29 फीसदी और दोपहिया वाहन के प्रीमियम में औसतन 23 फीसदी की वृद्धि हुई है.
बीमा कंपनियों का थर्ड पार्टी प्रीमियम हमेशा एक समान रहता है. विभिन्न क्यूबिक/इंजन क्षमता के वाहनों के लिए सभी बीमा कंपनियों के दावों के आंकड़ों पर विचार करने के बाद आईआरडीएआई द्वारा इसे निर्धारित किया जाता है.
पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के मोटर इंश्योरेंस बिजनेस हेड सज्जा प्रवीण चौधरी ने बताया, "हर साल थर्ड पार्टी प्रीमियम दरों की समीक्षा करना और अपडेट करना आईआरडीएआई की एक नियमित प्रक्रिया है."
उन्होंने बताया कि 2013 के बाद से पांच वर्षों तक थर्ड-पार्टी मोटर इंश्योरेंस की दरों में लगातार वृद्धि के बाद, पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में आईआरडीएआई ने कारों के लिए टीपी दरों को कोई भी फेरबदल नहीं करने का फैसला किया था, जबकि सस्ते वाहनों के सेगमेंट के लिए दरों में कमी की गई थी.
हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि इस साल इसमें 10-15 फीसदी तक इजाफा हो सकता है.