Sovereign Gold Bond: भारतीय रिजर्व बैंक के सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के 2022-23 की पहली किस्त 20 जून को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. RBI ने बताया कि इसकी दूसरी किस्त (2022-23 Series II) 22-26 अगस्त, 2022 के दौरान सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. सोने में डिजिटली निवेश करने के लिए भारत सरकार ये बॉन्ड जारी करती है.

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RBI ने बताया कि SGB का 8 साल के पीरिएड के लिए जारी होगा, जिसमें होल्डर के पास 5 साल के बाद समय से पहले विमोचन (premature redemption) का ऑप्शन मौजूद होगा. इसमें मिनिमम एक ग्राम गोल्ड में निवेश किया जा सकता है. 

पिछले साल का इश्यू

RBI ने बताया कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के 2021-22 सीरीज में कुल 10 किस्त जारी की गई थी, जिस दौरान कुल 12,991 करोड़ रुपये (27 टन) का बॉन्ड जारी किया गया था.

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यहां कर सकेंगे निवेश

वित्त मंत्रालय ने बताया कि यह बॉन्ड बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL), डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (NSE और BSE) के माध्यम से बेचे जाएंगे.

कैसे तय होती है कीमत

सब्सक्रिप्शन अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम तीन कार्य दिवसों के लिए इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के साधारण औसत के आधार पर बांड की कीमत भारतीय रुपये में तय की जाएगी. ऑनलाइन सब्स्क्राइब करने और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वालों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 50 रुपये प्रति ग्राम कम होगा.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign gold bond) की अवधि आठ वर्ष की होगी और पांचवे वर्ष के बाद कस्टमर्स के पास इससे बाहर निकलने का विकल्प होगा.

कितना कर सकते हैं निवेश

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign gold bond) में आप मिनिमम पॉसिबल इन्वेस्टमेंट 1 ग्राम सोना होगा. मंत्रालय ने बताया कि इन्वेस्टर्स को 2.5 फीसदी सालाना की निश्चित दर से नाममात्र मूल्य पर भुगतान किया जाएगा.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में प्रत्येक साल में इन्वेस्टमेंट की अधिकतम सीमा व्यक्तिगत और HUF के लिए 4 किलोग्राम, ट्रस्ट और ऐसी अन्य संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम होगी.