कमाल का PSU Bank! ₹10 लाख के बना देगा ₹20 लाख, सीनियर सिटीजन को ज्यादा फायदा
PSU Bank SBI FD Rates 2024: सरकारी बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) स्कीम्स में 7 दिन से लेगर 10 साल तक अवधि के लिए पैसा जमा कर सकते हैं. बैंक अलग-अलग मैच्योरिटी की ब्याज दरें समय-समय पर बदलते हैं
PSU Bank SBI FD Rates 2024: सरकारी बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) स्कीम्स में 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए पैसा जमा कर सकते हैं. बैंक अलग-अलग मैच्योरिटी की ब्याज दरें समय-समय पर बदलते हैं. FDs एक ऐसी स्कीम हैं, जिनमें निवेशक बिना बाजार का जोखिम उठाए एक फिक्स्ड इनकम कर सकते हैं. इसमें निवेशकों को डिपॉजिट के समय में मिलने वाले ब्याज की जानकारी होती है, इसलिए यह फिक्सड टर्म में एकमुश्त फंड बनाने का अच्छा ऑप्शन है. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में भी निवेशकों को 7 दिन से 10 साल तक की अवधि के लिए डिपॉजिट का ऑप्शन है. इसमें सीनियर सिटीजन को 1 फीसदी तक ज्यादा ब्याज मिलता है.
SBI FD Rates 2024: 10 साल में ₹10 लाख के ₹20 लाख
SBI में 2 करोड़ रुपये से कम के डिपॉजिट (SBI FD Interest Rate 2024) पर 27 दिसंबर 2023 तक अपडेटेड ब्याज दरों के मुताबिक, 10 साल के जमा पर रेगुलर कस्टमर को 6.5 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. जबकि सीनियर सिटीजन के लिए इसी अवधि के लिए ब्याज दरें 7.5 फीसदी सालाना (इसमें SBI We-care स्कीम के अंतर्गत ब्याज दर पर मिलने वाला 50 बेसिस प्वाइंट का प्रीमियम शामिल) हैं. अब कैलकुलेशन (SBI fixed deposit calculator) से समझते हैं 10 साल में 10 लाख जमा पर ब्याज से कितनी इनकम होगी.
रेगुलर कस्टमर्स के लिए
जमा रकम: ₹10 लाख
जमा की अवधि: 10 साल
ब्याज दरें: 6.5% सालाना
मैच्योरिटी पर अमाउंट: ₹19,05,558
ब्याज से इनकम: ₹9,05,558
सीनियर सिटीजंस के लिए
जमा रकम: ₹10 लाख
जमा की अवधि: 10 साल
ब्याज दरें: 7.5% सालाना
मैच्योरिटी पर अमाउंट: ₹21,02,349
ब्याज से इनकम: ₹11,02,349
(नोट: ब्याज दरें SBI की ऑफिशियल वेबसाइट से ली गई हैं.)
ब्याज से इनकम पर लगेगा टैक्स
बैंकों की एफडी/ टर्म डिपॉजिट को सेफ माना जाता है. जोखिम नहीं लेने वाले निवेशकों के लिए यह अच्छा ऑप्शन है. 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी पर सेक्शन 80C में अंतर्गत 1.5 लाख तक डिडक्शन क्लेम कर सकते हैं. 5 साल की टैक्स सेवर एफडी का फायदा सभी ग्राहकों को मिलता है.
इसमें एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स बचाया जा सकता है. इसमें 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है. यह अवधि 10 साल तक बढ़ सकती है. हालांकि, FD से मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है. यानी, FD की मैच्योरिटी पर जो ब्याज आपको मिलेगा उसे आपकी इनकम माना जाएगा और टैक्स स्लैब के आधार पर टैक्स देना होगा.