Post office PPF or ELSS: मार्च का महीना चल रहा है और वित्त वर्ष 2022-23 के लिए टैक्स बचाने का आपके पास लिमिटेड मौका है. कई बार ऐसा होता है कि टैक्सपेयर्स केवल टैक्स बचाने पर फोकस करते हैं और किसी भी टैक्स सेविंग स्कीम में आखिरी वक्त में जमा कर देते हैं. बिना प्लानिंग के किए गए निवेश के कारण ऐसे निवेशकों को अपनी मेहनत की कमाई पर उचित रिटर्न का लाभ नहीं मिल पाता है. आपके निवेश पर नेट आधार पर रिटर्न कितना मिल रहा है वह इंफ्लेशन यानी महंगाई को ध्यान में रखकर कैलकुलेट करना जरूरी है. लंबी अवधि में शेयर बाजार में होने वाला निवेश बेहतर रिटर्न ऑफर करता है. 

लॉन्ग टर्म के लिए इक्विटी रिलेटेड स्कीम्स में ज्यादा फायदा

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यही वजह है कि फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की सलाह होती है कि अगर लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं तो ऐसी स्कीम्स को चुनें जो आपका पैसा बाजार में निवेश करता हो. इस आधार पर ELSS एक शानदार स्कीम है, जिसके लिए लॉक-इन पीरियड केवल 3 सालों का होता है और रिटर्न भी शानदार मिलता है. दूसरी तरफ पोस्ट ऑफिस की स्कीम पब्लिक प्रोविडेंड फंड भी लॉन्ग टर्म के लिए शानदार योजना है. इसके लिए लॉक-इन पीरियड 15 सालों का है. यह फिक्स्ड रिटर्न वाली स्कीम होती है. आइए कैलकुलेशन के आधार पर जानते हैं कि लॉन्ग टर्म में आपको कहां बेहतर रिटर्न मिलेगा.

ELSS का कॉर्पस कितना होगा?

मान लीजिए कि राम और लक्ष्मण ने 12500 रुपए की SIP करने का फैसला किया है. राम 20 साल के लिए ELSS स्कीम में 12500 रुपए की एसआईपी करता है. इस स्कीम पर औसतन 13-15 फीसदी का रिटर्न मिलता है. इस आधार पर आपका कॉर्पस 20 साल बाद 1.4 करोड़ से 1.9 करोड़ के बीच होगा. इसका औसत 1.7 करोड़ रुपए होता है. राम की तरफ से कुल 30 लाख जमा किया जाएगा.

PPF का कॉर्पस कितना होगा?

20 साल बाद वर्तमान आधार पर लक्ष्मण का कॉर्पस PPF में 65-70 लाख रुपए का होगा. इस तरह राम का कॉर्पस लक्ष्मण के मुकाबले 1 करोड़ रुपए ज्यादा होगा. लक्ष्मण की तरफ से भी कुल 30 लाख जमा किया जाएगा. इसके बावजूद, इसका कॉर्पस राम के मुकाबले आधे से भी कम होगा.

LTCG कटने के बाद भी ELSS का फंड होगा डबल

टैक्स बेनिफिट की बात करें तो PPF, ELSS दोनों में निवेश करने पर सेक्शन 80 सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलेगा. पब्लिक प्रोविडेंट फंड EEE कैटिगरी के अंतर्गत आता है. इसमें निवेश करने पर डिडक्शन का लाभ मिलेगा. मैच्योरिटी होने पर रिटर्न और मैच्योरिटी भी पूरी तरह टैक्स फ्री होगा. ELSS के मैच्योरिटी पर LTCG का नियम लागू होता है. नेट कैपिटल गेन पर 10 फीसदी का टैक्स कटेगा. मतलब, 1.7 करोड़ के फंड पर नेट कैपिटल गेन 1.4 करोड़ का होगा और कैपिटल गेन टैक्स 14 लाख रुपए का होगा. इस तरह नेट रिटर्न  1.5 करोड़ रुपए से ज्यादा होता है. ऐसे में टैक्स डिडक्शन के बावजूद भी ELSS का फंड PPF के मुकाबले डबल होता है.

 

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