Post Office FD: बैंक की तरह पोस्‍ट ऑफिस का निवेश भी एकदम सुरक्षित माना जाता है. इसमें आपकी रकम पर सुरक्षा की गारंटी सरकार से मिलती है. पोस्‍ट ऑफिस में तमाम स्‍कीम्‍स चलाई जाती हैं, लेकिन यहां हम आपसे बात करेंगे Post Office Time Deposit की, जिसे आम भाषा में हम Post Office FD कहते हैं. पोस्‍ट ऑफिस में बैंक की तरह अलग-अलग टेन्‍योर की एफडी के ऑप्‍शन मिल जाते हैं. 5 साल की एफडी पर 7.5 प्रतिशत का ब्‍याज मिल रहा है. साथ ही आपको इनकम टैक्‍स एक्‍ट 80C के तहत टैक्‍स बेनिफिट भी मिलता है. ऐसे में अगर आप इस स्‍कीम में निवेश करते हैं तो अपनी रकम को तीन गुना तक बना सकते हैं. इसके लिए आपको बस एक काम करना होगा.

जानिए आपको क्‍या करना होगा

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पोस्‍ट ऑफिस में अपनी रकम को तीन गुना बनाने के लिए आपको 5 साल की एफडी को चुनना होगा. आपको इस स्‍कीम में इन्‍वेस्‍टमेंट करना है और इसे मैच्‍योर होने से पहले एक्‍सटेंड कराना होगा. ये एक्‍सटेंशन आपको लगातार 2 बार कराना होगा यानी आपको इस FD को 15 साल तक चलाना होगा. अगर आप इस FD में 10 लाख रुपए निवेश करते हैं तो  7.5 प्रतिशत ब्‍याज दर के हिसाब से 5 साल में आपको इस रकम पर 4,49,948 रुपए ब्‍याज मिलेगा. इस तरह कुल रकम 14,49,948 रुपए होगी. 

लेकिन अगर आप इस स्‍कीम को 5 साल के लिए एक्‍सटेंड करवा दें तो आपको11,02,349 रुपए सिर्फ ब्‍याज के तौर पर मिलेंगे और 10 साल बाद आपकी कुल रकम 21,02,349 रुपए हो जाएगी. आपको इसे मैच्‍योर होने से पहले एक बार और एक्‍सटेंड करवाना होगा. ऐसे में 15वें साल पर आपको 10 लाख के निवेश पर 20,48,297 रुपए सिर्फ ब्‍याज के तौर पर ही मिलेंगे. मैच्‍योरिटी पर आपको 30,48,297 रुपए मैच्‍योरिटी पर मिलेंगे. यानी जितना आपका मूल होगा, उससे दोगुना ज्‍यादा आप ब्‍याज प्राप्‍त कर लेंगे और अपनी रकम को तीन गुना बना लेंगे.

समझ लें एक्‍सटेंशन के रूल

पोस्‍ट ऑफिस की 1 साल की एफडी को मैच्‍योरिटी की तारीख से 6 महीने के भीतर एक्‍सटेंड कराया जा सकता है, 2 साल की एफडी को मैच्‍योरिटी पीरियड के 12 महीने के अंदर और 3 व 5 साल की एफडी के एक्‍सटेंशन के लिए मैच्‍योरिटी पीरियड के 18 महीने के अंदर पोस्‍ट ऑफिस को सूचित करना होगा. इसके अलावा आप अकाउंट ओपन करते समय भी मैच्‍योरिटी के बाद अकाउंट एक्‍सटेंशन की रिक्‍वेस्‍ट कर सकते हैं. परिपक्वता के दिन संबंधित टीडी खाते पर लागू ब्याज दर एक्‍सटेंडेड पीरियड पर लागू होगी.