RTGS: कोरोना महामारी के इस दौर में रोजमर्रा से लेकर बड़े लेनदेन तक करीब-करीब डिजिटल बैंकिंग के जरिए ही हो रहे हैं. अगर आपको भी बड़ा अमाउंट (2 लाख से ज्यादा) ट्रांसफर करना हो तो रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) से कभी भी कर सकते हैं. पिछले साल दिसंबर से यह सर्विस सातों दिन 24 घंटे के लिए शुरू हो गई. RTGS ऑनलाइन बैंकिंग की ऐसी सर्विस है, जिसके जरिए तुरंत पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है. चाहे आपको किसी को एडवांस देना हो गया किसी चीज का भुगतान, आप इस सर्विस के जरिए कभी भी कर फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. इसकी एक लिमिट यह है कि इसमें फंड ट्रांसफर 2 लाख रुपये से कम नहीं किया जा सकता है. वहीं, अधिकतम पैसे भेजने की लिमिट अलग-अलग बैंकों ने अलग-अलग रखी है.
1/3
ऑनलाइन और ब्रांच दोनों जगह सर्विस
बैंकों की RTGS सर्विस की सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि कस्टमर ऑनलाइन और बैंक ब्रांच दोनों माध्यमों से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, यह ध्यान रखें कि देश की हर बैंक ब्रांच में RTGS सर्विस नहीं मिलेगी. RTGS की सुविधा कुछ खास बैंक ब्रांच में ही मिलेगी. नवंबर 2020 तक भारत में कौन सी बैंक ब्रांच RTGS सुविधा उपलब्ध करा रही थीं, इसकी लिस्ट यहां देखी जा सकती है. https://rbidocs.rbi.org.in/rdocs/RTGS/PDFs/RTGEB0815.PDF
2/3
RTGS करने के लिए क्या जरूरी?
ऑनलाइन RTGS के मामले में कस्टमर का इंटरनेट बैंकिंग चालू होना चाहिए. जो रकम ट्रांसफर करनी है, वो आपके अकाउंट में होनी चाहिए. इसके अलावा, जिसको पैसे भेजने हैं, उसका अकाउंट नंबर, नाम, बैंक का नाम स्पष्ट तौर पर मालूम होना चाहिए. इसके अलावा सबसे अहम बात की जिस व्यक्ति या संस्था को फंड ट्रांसफर कर रहे हैं उसका IFSC कोड (IFSC कोड चेक और पासबुक पर प्रिंट होता है.) आपके पास होना चाहिए.
कई बार RTGS से भेजे गए पैसे अगर संबंधित व्यक्ति के अकाउंट में किसी कारणवश क्रेडिट करने में विफल हो जाता है तो बेनेफिशियरी बैंक 2 घंटे के अंदर सेंडर बैंक को रकम वापस कर देगा. उसके बाद पैसे भेजने वाले के अकाउंट में वापस आ जाते हैं.
recommended PHOTOS
By accepting cookies, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts.