ESG तीन शब्दों से मिलकर बना है पर्यावरण यानी कि ENVIRONMENT, सामाजिक- SOCIAL और शासन यानी कि GOVERNANCE. ये एक तरह का म्यूचुअल फंड होता है, इसके जरिए कंपनी के अच्छे स्टॉक्स दर्शाए जाते हैं. इसे सोशली रिस्पॉन्सिबल इन्वेस्टिंग भी कहा जाता है. यहां इन्वेस्टमेंट पर्यावरण और इंसान और इकॉनमी सभी के हित में सोच कर किए जाते हैं.  आसान शब्दों में समझें तो मान लीजिए आप कुछ पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं ताकि वो डिफाइन समय में ग्रो करता रहे. ऐसे में आप किसी कंपनी में निवेश करते समय सभी फाइनेंशियल पैरामीटर्स को कैलकुलेट करते ही हैं, लेकिन एक जिम्मेदार सिटीजन होने के नाते आप नॉन-फाइनेंशियल पैरामीटर्स भी कंसीडर कर सकते हैं.जैसे कि पर्यावरण, समाज और शासन. यही तीनों मिल कर बनाते हैं ESG, यानी कि ENIVERONMENT, SOCIAL, GOVERNANCE. ईएसजी इन्वेस्टिंग एक ऐसी स्ट्रेटेजी है जहां आप उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो कि दुनिया को कुछ बेहतर बनाने की ओर काम करती हैं. 

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ESG Score: ESG इन्वेस्टिंग इंडिपेंडेंट रेटिंग्स पर निर्भर करते हैं, इन रेटिंग्स से ये पता चलता है कि कंपनी का व्यवहार पर्यावरण, समाज और शासन के लिए कितना बेहतर है. 

कैसे तय होते हैं ये 3 क्राइटेरिया 

1.    पर्यावरणीय (environmental)

कंपनी पर्यावरण पर क्या असर डालती है. जैसे कि कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में कार्बन फुटप्रिंट, टॉक्सिक केमिकल आदि का शामिल होना.

2.    सोशल (Social)

कंपनी अपने अन्दर और बाहर सोसाइटी दोनों ही जगह सामाजिक प्रभाव को कैसे सुधारती है. सोशल इम्पैक्ट जैसे कि रेसियल डाइवर्सिटी, जातिगत समानता, हायरिंग प्रैक्टिस आदि के लिए कंपनी के नियम. कैसे एक कंपनी सिर्फ अपने व्यवसाय क्षेत्र में सीमित न हो कर उसके बाहर भी सामाजिक मुद्दों के लिए आवाज उठाती है.

3.    शासन (Governance)

कंपनी का बोर्ड और मैनेजमेंट कैसे पॉजिटिव चेंज लाता है. गवर्नेंस के भीतर आसपास के मुद्दों से लेकर लीडरशिप प्रोवाइड करना. और वो लीडरशिप कितना बेहतर चेंज लाता है. 

कई लोग ESG इन्वेस्टमेंट का मतलब इन 3 शब्दों से ज्यादा मानते हैं. जैसे कि एक कंपनी अपने सभी स्टेकहोल्डर्स को कैसे सर्व करती है, वर्कर, कम्युनिटी, कस्टमर्स, शेयरहोल्डर्स और पर्यावरण.

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