केंद्र सरकार किसानों को बहुत ही कम दर पर ऋण मुहैया कराने के लिए उनके लिए किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card-KCC) जारी किए जाते हैं. इस कार्ड की मदद से किसान फसलों की खेती के लिए कम समय की जरूरतों को पूरा करने के लिए, जैसे- फसल कटाई के बाद के खर्च, परिवार की जरूरतें, खेती या खेती से जुड़ी संपत्ति और कामकाजों के रखरखाव, बैंक से बहुत कम ब्याज दरों पर पैसा उधार ले सकते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड को किसी भी बैंक या सहकारी समितियों पर जाकर बनबाया जा सकता है.

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पशुपालन (Animal husbandry) या मछलीपालन (Fish farming) को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने के पीछे सरकार का मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग खेती-बाड़ी से इतर गतिविधियों से जुड़ें और अपनी आमदनी में इजाफा कर सकें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के साथ पशु पालन करने वाले और मछली पालन (Fish farming) करने वाले लोगों को भी शामिल कर दिया है. यानी अब मछली पालन से जुड़े और पशु पालन करने वाले लोग (animal husbandry farmers) भी किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

किसान क्रेडिट कार्ड का फायदा

पिछले साल के बजट में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) को पशुपालन एवं मछलीपालन से भी जोड़ दिया गया था. अब इस कार्ड के माध्यम से किसान जानवरों को पालने, डेयरी से जुड़े कामों को पूरा करने, मुरगी पालन, मछली, झींगा मछलियों के पालन और कारोबार के समय आने वाली पैसों की जरूरत को पूरा किया जा सकता है.

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किसान क्रेडिट कार्ड धारक 4 फीसदी ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं. समय पर ऋण का भुगतान करने पर किसानों को ब्याज में अलग से छूट दी जाती है.

ऐसे बनवाएं केसीसी

बैंक में एक एप्लीकेशन लिखकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं. एप्लीकेशन के साथ फोटो, पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र और जमीन की खसरा-खतौनी की फोटो कॉपी लगानी होती है.