क्या है ULIP Plan और क्यों इसे निवेश के लिए माना जाता है बेहतर? यहां जानिए इस शानदार स्कीम के तमाम फायदे
बाजार में मौजूद तमाम प्रोडक्ट्स की तुलना में ULIP एक शानदार इन्वेस्टमेंट टूल है. इसमें एक तरफ टर्म प्लान लाइफ कवर प्रदान करता है, तो दूसरी तरफ आपको निवेश करने का भी मौका मिलता है.
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) एक तरह का लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट है. इसमें कस्टमर को वेल्थ क्रिएशन और लाइफ इंश्योरेंस प्रोटेक्शन का डबल बेनिफिट मिलता है. यानी ये एक ऐसा प्लान है जिसमें एक तरफ टर्म प्लान लाइफ कवर प्रदान करता है, तो दूसरी तरफ आपको निवेश करने का भी मौका मिलता है. साथ ही सेक्शन 80C के तहत इसमें टैक्स में रियायत भी मिलती है. कुल मिलाकर बाजार में मौजूद तमाम प्रोडक्ट्स की तुलना में ये एक शानदार इन्वेस्टमेंट टूल है. आइए जानते हैं इसके फायदे.
मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री
इसमें सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह कर मुक्त यानी कि टैक्स फ्री होती है. ULIP के प्रीमियम की एवज में 1 फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक टैक्स डिडक्शन ( के लिए एलिजिबल है. सेक्शन 80C के तहत इसमें टैक्स छूट मिलती है. इसमें टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट, NSC और पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट आदि जो भी पांच साल के लॉक-इन पीरियड वाली स्कीम्स हैं, उनसे बेहतर रिटर्न मिलता है.
डेथ बेनिफिट्स भी शामिल
ULIP में डेथ बेनिफिट्स भी शामिल हैं. अगर पॉलिसी की अवधि के दौरान पॉलिसी होल्डर की किसी कारण से मौत हो जाती है तो नॉमिनी को बीमा की एकमुश्त रकम दी जाती है और ये टैक्स फ्री होती है. इसके अलावा यूलिप में आपको फ्लेक्सिबिलिटी का भी फायदा मिलता है. यानी निवेशक चाहे तो समय-समय पर ULIP में टॉप-अप लेकर अपना निवेश बढ़ा सकते हैं. हालांकि ये टॉप-अप इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के मुताबिक इनकम डिडक्शन के लिए एलिजिबल हैं.
ये भी हैं फायदे
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यूलिप में बेशक 5 साल का लॉक-इन पीरियड है. पांच साल बाद विड्रॉल पर कोई पैसा नहीं लगता है. एमरजेंसी की स्थिति में इसमें पार्शियल विड्रॉल की सुविधा मिलती है. ये राशि भी टैक्स फ्री होती है. इसके अलावा लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स इक्विटी मार्केट से कमाए प्रॉफिट पर लागू होता है, लेकिन अगर प्रॉफिट 1 लाख रुपए से ज्यादा है. हालांकि ULIP इक्विटी मार्केट में निवेश का ऑप्शन भी देता है, यहां 2.5 लाख रुपए तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं है. हालांकि, एक साल में 2.5 लाख रुपए से ऊपर कमाई गई इनकम टैक्स लायबिलिटी होती है.
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12:22 PM IST