Tips to become Crorepati: आपको करोड़पति बना सकता है आचार्य चाणक्य का ये एक गुरुमंत्र, जानिए करना क्या होगा
आचार्य ने घर में रखे पैसे की पानी से तुलना करते हुए कहा है कि जिस तरह पानी अगर एक जगह इकट्ठा हो जाए तो सड़ जाता है, उसी तरह धन का निवेश न किया जाए तो वो कुछ समय बाद बर्बाद हो जाता है.
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) का कहना था कि पैसा हर इंसान का सच्चा मित्र होता है क्योंकि जब आपके अपने भी साथ छोड़ देते हैं, तब पैसा आपका साथ देता है. इसलिए हर व्यक्ति को जीवन में पैसों की बचत करनी चाहिए. लेकिन बचत करके पैसों को घर में नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसे निवेश करना चाहिए. आचार्य ने घर में रखे पैसे की पानी से तुलना करते हुए कहा है कि जिस तरह पानी अगर एक जगह इकट्ठा हो जाए तो सड़ जाता है, उसी तरह धन का निवेश (Investment) न किया जाए तो वो कुछ समय बाद बर्बाद हो जाता है.
आज के समय में भी आचार्य चाणक्य का ये गुरुमंत्र काफी उपयोगी है, क्योंकि निवेश के जरिए व्यक्ति लाखों के निवेश को करोड़ों रुपए में भी बदल सकता है. अगर आप भी करोड़पति (Crorepati) बनने का सपना देखते हैं, तो आचार्य चाणक्य की निवेश की इस सीख को ध्यान रखें और समय रहते पैसे को सही जगह निवेश करें. फाइनेंशियल एक्सपर्ट शिखा चतुर्वेदी से जानिए निवेश के वो तरीके जो आपको करोड़पति भी बना सकते हैं.
Systematic Investment Plan-SIP
इस मामले में शिखा कहती हैं कि आज के समय में निवेश के मामले में सबसे बेहतर ऑप्शंस में Systematic Investment Plan यानी SIP का नाम आता है. एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में पैसा लगाया जाता है. इसमें आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. अगर आप लंबे समय यानी 15 से 20 सालों के लिए इसमें निवेश करते हैं, तो करोड़ रुपए बहुत आसानी से बनाए जा सकते हैं. ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि SIP के जरिए औसतन 12 प्रतिशत का मुनाफा हो ही जाता है और अगर आपकी किस्मत ने साथ दिया तो ये 15 फीसदी भी पहुंच जाए तो बड़ी बात नहीं. अगर आप 10 से 12 हजार रुपए भी हर महीने एसआईपी में निवेश करें, तो औसतन 12 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से 20 सालों में आप 1 करोड़ या इससे ज्यादा रकम जुटा सकते हैं.
Provident Fund
अगर आप नौकरीपेशा वाले हैं और अपने निवेश में किसी तरह का रिस्क नहीं चाहते हैं, तो आप प्रोविडेंट फंड के जरिए करोड़ रुपए जुटा सकते हैं. लेकिन इसके लिए आपको पीएफ में वीपीएफ का विकल्प चुनना होगा. पीएफ में भी आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. आमतौर पर आपकी बेसिक सैलरी और डीए का 12 फीसदी हिस्सा पीएफ अकाउंट में कटकर जाता है और इतनी ही राशि नियोक्ता की ओर से हर महीने अकाउंट में डाली जाती है. जिस पर वर्तमान में 8.1 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलता है. अगर आप इसमें वीपीएफ का भी ऑप्शन चुन लें तो अपने कंट्रीब्यूशन को बढ़ा सकते हैं. वीपीएफ में आपको पीएफ के जितना ही इंटरेस्ट रेट मिलता है और साथ में टैक्स बेनिफिट्स भी मिलते हैं. अच्छी बात ये है कि VPF में सैलरी कटाने की कोई सीमा तय नहीं होती. कर्मचारी चाहे तो बेसिक सैलरी का 100 फीसदी तक योगदान भी कर सकता है. ऐसे में पीएफ के साथ वीपीएफ में अपने निवेश को बढ़ाकर आप अच्छा खासा अमाउंट इकट्ठा कर सकते हैं.
Property
आप चाहें तो प्रॉपर्टी में भी निवेश कर सकते हैं. प्रॉपर्टी पर निवेश का चलन वर्षों से चला आ रहा है और ये आज भी कामयाब है क्योंकि वक्त के साथ प्रॉपर्टी के रेट्स भी बढ़ते हैं. आप प्रॉपर्टी के तौर पर दुकान, मकान, जमीन या फ्लैट कुछ भी खरीद सकते हैं. दुकान, मकान या फ्लैट को खरीदने का एक फायदा ये है कि इन्हें किराए पर उठाकर इनसे रेगुलर इनकम भी कर सकते हैं और कुछ सालों बाद इन्हें बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. तमाम लोग पैसा बनाने के लिए प्रॉपर्टी की खरीद और बिक्री का काम सालों से कर रहे हैं. प्रॉपर्टी में निवेश करके करोड़पति बनने का ख्वाब भी आसानी से पूरा किया जा सकता है. लेकिन किसी भी प्रॉपर्टी को खरीदने से पहले आपको इस बात का अच्छे से पता कर लेना चाहिए कि भविष्य में उस स्थान पर प्रॉपर्टी के रेट बढ़ने की कितनी उम्मीद है.