नौकरी के बाद के दिन सुख से गुजारने के लिए अपनाएं ये फॉर्मूला, नहीं होगी पैसों की कमी
Retirement Planning: रिटायरमेंट के लिए कितनी बचत की जानी चाहिए यह उस व्यक्ति के मौजूदा खर्च पर निर्भर करता है जो रिटायरमेंट प्लानिंग की योजना बना रहा है.
अगर आप नौकरीपेशा हैं तो आपके मन में भी ये ख्याल आता होगा कि रिटायर होने के बाद पैसों का फ्लो कैसे बना रहे. रिटायरमेंट के बाद अपने बच्चों का मोहताज न होना पड़े इसके लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए. हालांकि, यह भी एक अजीब सी बात है कि भारत के ज्यादातर नौकरीपेशा लोग रिटायरमेंट के बाद के जीवन के बारे में नहीं सोचते हैं और इस संबंध में उनकी कोई ठोस प्लानिंग भी नहीं होती है. रिटायरमेंट के समय तक आपकी बहुत सारी जिम्मेदारियां जैसे बच्चों की पढ़ाई और शादी, घर की ईएमआई आदि समाप्त हो चुकी होती है. आपकी जरूरतें कम हो जाती हैं लेकिन नियमित पैसों का प्रवाह तब भी चाहिए होता है ताकि आपकी बची उम्र मजे में गुजरे.
रिटायरमेंट के बाद कितने पैसों की पड़ेगी जरूरत
लैडर 7 फाइनेंशियल एडवाइजर्स के फाउंडर सुरेश सदगोपन कहते हैं कि रिटायरमेंट के लिए कितनी बचत की जानी चाहिए यह उस व्यक्ति के मौजूदा खर्च पर निर्भर करता है जो रिटायरमेंट प्लानिंग की योजना बना रहा है. उदाहरण के लिए अगर उसकी सालाना सैलरी 10 लाख रुपये है और वह साल भर में सिर्फ 1 लाख ही खर्च कर पाता है तो वह पर्याप्त बचत कर रहा है. दूसरी तरफ जिस व्यक्ति का सालाना खर्च उतनी ही आमदनी में 8 लाख रुपये है उसे यह देखना होगा कि 60 साल की उम्र के बाद बढ़ती महंगाई के हिसाब से नियमित आय बनाने रखने के लिए कितने पैसों की जरूरत होगी.
खर्च के आधार पर की जाती है रिटायरमेंट कॉर्पस की गणना
goodmoneying.com के सेबी सर्टिफायड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर मणिकरन सिंघल कहते हैं कि रिटायरमेंट कॉर्पस की गणना कभी भी आमदनी के आधार पर नहीं की जाती है. इसके लिए व्यक्ति का खर्च देखा जाता है. यह भी गौर किया जाता है कि मौजूदा कौन से खर्च रिटायरमेंट के बाद नहीं रहेंगे. रिटायरमेंट कॉर्पस की गणना करते समय बढ़ती महंगाई को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए.
एक उदाहरण से समझें कि रिटायरमेंट के समय आपको कितने पैसों की होगी जरूरत
हम मान लेते हैं कि आपकी उम्र अभी 40 साल है और आप 60 साल की उम्र में रिटायर होंगे. आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये है और आपका मासिक खर्च 40,000 रुपये है. यह भी मान लेते हैं कि आपकी आय में सालाना 5 फीसदी की बढ़ोतरी होती है और आपकी मौजूदा बचत शून्य है. अगर हम महंगाई दर 7.5 फीसदी मानकर चलें और निवेश पर मिलने वाला रिटर्न अगर 11 फीसदी हो तो रिटायरमेंट के समय आपको 5.05 करोड़ रुपये चाहिए होगा. इसके लिए आपको 62,450 रुपये का निवेश प्रति महीने 20 साल तक करना होगा.
जितनी जल्दी शुरू करे रिटायरमेंट प्लानिंग उतना ही होगा फायदा
आप जितनी जल्दी रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत करेंगे आपको उतना ही अधिक फायदा होगा. सबसे बड़ा फायदा तो यह होगी कि आपको कम पैसों का निवेश करना होगा. दूसरा महत्वपूर्ण फायदा चक्रवृद्धि का मिलेगा जिससे आपके पैसों में पंख लग जाएंगे और उसमें ज्यादा तेज बढ़ोतरी होगी.